पीजीआइ के डाक्टर लेंगे बीआरडी के छात्रों की क्लास
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : अब पीजीआइ लखनऊ के डाक्टर गोरखपुर मेडिकल कालेज के पीजी छात्रों की क्
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
अब पीजीआइ लखनऊ के डाक्टर गोरखपुर मेडिकल कालेज के पीजी छात्रों की क्लास लेंगे। यह ई- लर्निग वीडियो कांफ्रेंसिंग तकनीक के जरिए होगा। केंद्र ने पूरे देश में 36 मेडिकल कालेजों को यह सुविधा देने के लिए चुना है जिसमें यूपी के तीन मेडिकल कालेज गोरखपुर, झांसी व इलाहाबाद हैं। इसके तहत अब पीजीआइ के डाक्टरों द्वारा लिए जाने वाले लेक्चर ,सेमीनार व चिकित्सा संबंधी चर्चा से गोरखपुर के पीजी छात्र सीधे जुड़े सकेंगे। सवाल भी कर सकेंगे। इस दौरान गंभीर बीमारियों या मामलों पर भी चर्चा होगी जिसका सीधा लाभ मरीजों को भी मिलेगा।
हालांकि इसका निर्णय बीते साल दिसंबर में हो गया था लेकिन कुछ कारणवश पूरा मामला ठप हो गया। अब इस संबंध में आदेश जारी होने के बाद काम शुरू कर दिया गया है। बीआरडी मेडिकल कालेज की तरफ से इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। कालेज के एक लेक्चर थिएटर में स्क्रीन, वेब कैमरा, साउंड सिस्टम आदि लगाया जाना है। पूरा सिस्टम लग जाने के बाद यह काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत पीजीआइ के विभिन्न विभागों में होने वाले लेक्चर के बारे में यहां के संबंधित विभाग के छात्रों को पहले सूचित कर दिया जाएगा। तय समय पर छात्र उपस्थित होकर क्लास में शामिल हो सकेंगे। कक्षा के दौरान छात्र संबंधित प्रोफेसर से सवाल-जवाब भी कर सकेंगे। इसी तरह यहां के छात्र पीजीआइ में होने वाले सेमीनार व कार्यशालाओं से भी जुड़ सकेंगे।
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इंटरनेट से जुड़ेंगे सभी विभाग
अब बीआरडी मेडिकल कालेज के सभी विभाग इंटरनेट से जुड़ेंगे। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। ई-लर्निग की व्यवस्था वाले प्रस्ताव के साथ इंटरनेट संबंधी प्रस्ताव भी शासन को भेजा जा रहा है।
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ई-लर्निग की सुविधा के लिए देश के जिन 36 मेडिकल कालेजों को चुना गया है उनमें प्रदेश के गोरखपुर, झांसी व इलाहाबाद के मेडिकल कालेज शामिल हैं। यह सुविधा शुरू होने के बाद अब पीजीआइ के चिकित्सक समय-समय पर यहां के पीजी छात्रों की भी क्लास ले सकेंगे। यह आन लाइन इंटरेक्शन होगा जिसमें पीजीआइ के चिकित्सक व यहां के छात्र कक्षा के दौरान आपस में बातचीत कर सकेंगे। यह निर्णय दिसंबर में लिया गया है तथा अब इस पर अमल शुरू कर दिया गया है। ई-लर्निग व विभिन्न विभागों में इंटरनेट लगाने के लिए चालीस लाख रुपये का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है जिसे जल्द शासन को भेज दिया जाएगा।
डा. केपी कुशवाहा, प्राचार्य