आधे-अधूरे अभिलेखों पर जारी कर दिया 10 लाइसेंस
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : आनलाइन व्यवस्था होने के बाद भी ड्राइविंग लाइसेंस में अनियिमितता समाप्त हो
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : आनलाइन व्यवस्था होने के बाद भी ड्राइविंग लाइसेंस में अनियिमितता समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। विभागीय कर्मचारी आधे- अधूरे अभिलेख पर ही लाइसेंस जारी कर दे रहे। सहायक परिवहन अधिकारी की जांच में ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। 10 हैवी ड्राइविंग लाइसेंस आधे-अधूरे अभिलेखों के आधार पर ही जारी कर दिए गए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए एआरटीओ संदीप जायसवाल ने जांच शुरू करा दी है। साथ ही आरआइ और लिपिक से स्पष्टीकरण भी मांगा है। विभाग के कर्मचारियों की मनमानी यही नहीं थमती। वह लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस में भी अभ्यर्थियों को परेशान करने से नहीं चूक रहे। पादरी बाजार निवासी बीटेक के छात्र ने जब सुविधा शुल्क नहीं दिया तो उसे फेल कर दिया गया। अधिकारियों के पास जब उसने गुहार लगाई तो मंगलवार को उसका लाइसेंस जारी हुआ। विभाग की यह कार्य प्रणाली आम हो चुकी है। लेकिन, कोई पुरसाहाल नहीं।