नहीं मिले चिकित्सक, इमरजेंसी पर संकट
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार-बार मांगे जाने के बावजूद कोई चिकित्सक नहीं
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार-बार मांगे जाने के बावजूद कोई चिकित्सक नहीं भेजे जाने से बीआरडी मेडिकल कालेज की इमरजेंसी पर संकट गहरा गया है। स्थिति यहां तक बिगड़ गई है पूरे समय ड्यूटी करने तक के लिए अब चिकित्सक मौजूद नहीं हैं। सोमवार से चौबीसों घंटे इमरजेंसी की जिम्मेदारी सिर्फ दो डाक्टरों के भरोसे रह जाएगी।
बता दें कि मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में इमरजेंसी मेडिकल अफसर के रूप में तीन डाक्टर डा. राकेश चतुर्वेदी, डा. चंद्रदेव व डा. प्रवीन तैनात हैं। कुछ समय पहले तक तत्कालीन एसआइसी डा. एके श्रीवास्तव भी चौथे ईएमओ की जिम्मेदारी संभालते थे, लेकिन अब उनका तबादला हो चुका है। नौ दिसंबर से डा. प्रवीन बीस दिन के अवकाश पर चले गए हैं। इस तरह वर्तमान में सिर्फ दो ईएमओ बच गए थे। किसी तरह नेहरू अस्पताल के अधिकारी बीच-बीच में जिम्मेदारी संभाल रहे थे, लेकिन अब इनमें से एक अवकाश पर चले गए हैं जबकि दूसरे डा. गगन गुप्ता स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के कारण अवकाश पर हैं। अब हाल यह है कि इमरजेंसी में चौबीस घंटे कार्य करने के लिए सिर्फ दो डाक्टर ही बचे हैं।
इमरजेंसी में डाक्टरों के तबादले व कई के अवकाश पर जाने की सूचना पर मेडिकल कालेज प्रशासन की तरफ से अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. डीएन त्रिपाठी को पत्र भेजा गया था। उन्होंने सीएमओ से तीन डाक्टरों को मेडिकल कालेज भेजने को कहा था, लेकिन अब तक किसी चिकित्सक ने ज्वाइन नहीं किया है। मनमानी का हाल यह है कि सीएमओ एक चिकित्सक डा. सतीश कुमार पिछले बुधवार को मेडिकल कालेज में तैनाती का आदेश जारी किया लेकिन अबतक उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है।
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ईएमओ की कमी से दिक्कत आ रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजा गया है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
डा. केपी कुशवाहा, प्राचार्य
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