जेल परिसर की बढ़ी सुरक्षा, चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर
जागरण संवाददाता, गोरखपुर डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्य और उनकी पत्नी को बंधक बनाकर लूटपाट की घटन
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्य और उनकी पत्नी को बंधक बनाकर लूटपाट की घटना के बाद जिला कारागार परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर जेल के सामने डेढ़ सेक्शन पीएसी तैनात की गई है। जेल रोड चौकी इंचार्ज को घटना की रात क्षेत्र में मौजूद न रहने पर लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके अलावा पुलिस लाइन से सुरक्षा में भेजे गए पंद्रह होमगार्ड जवानों में से सिर्फ पांच के ही पहुंचने की जांच शुरू कर दी गई है। घटना की रात वरिष्ठ जेल अधीक्षक के आवास पर सुरक्षा ड्यूटी में तैनात बंदी रक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जेल प्रशासन ने शनिवार की रात कालोनी की सुरक्षा के लिए दो सशस्त्र बंदी रक्षकों को तैनात करने का निर्देश दिया है।
डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्य का आवास जिला कारागार से थोड़ी ही दूर पर स्थित है। शुक्रवार की रात एक बजे के आसपास बाहर से नाक करने पर उन्होंने दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही बाहर खड़े बदमाश ने उनको असलहा लगा दिया। दरवाजे के बाहर लगी जाली बदमाश ने पहले ही तोड़ दी थी। असलहे के बल पर डिप्टी जेलर और उनकी पत्नी को बंधक बनाने के बाद बदमाश बीस हजार रुपये नकद और दो लाख के जेवरात सहित ढाई लाख से अधिक का सामान लूट लिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह उनकी स्कूटी लेकर फरार हो गया।
अभी तक की छानबीन में पता चला कि घटना की रात पुलिस लाइन से जेल की सुरक्षा में पंद्रह होमगार्ड जवानों को रवाना किया गया था लेकिन जेल में सिर्फ पांच होमगार्ड जवानों ने ही अपनी आमद दर्ज कराई थी। इसके अलावा जेल रोड पुलिस चौकी पर एक उप निरीक्षक गोविंद सिंह व चार पुलिसकर्मी तैनात हैं लेकिन घटना की रात इनमें से कोई मौजूद नहीं था। यहां तक की घटना की जानकारी होने के बाद भी वे मौके पर नहीं पहुंचे। चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है और सिपाहियों की जांच शुरू कर दी गई है। डिप्टी जेलर के आवास से सटे वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसके शर्मा का भी आवास है। उनके आवास पर रिजर्व बंदी रक्षक रवि जोशी व एक होमगार्ड जवान सुरक्षा में तैनात थे लेकिन उनको घटना की भनक तक न लगी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बंदी रक्षक से तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है और होमगार्ड जवान के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला कमांडेंट को लिखा है।
बंदियों से हुई पूछताछ
लूटपाट की घटना को लेकर वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने जिला कारागार में बंद शातिर बदमाशों से शनिवार को पूछताछ की। इस दौरान उनके साथ पुलिस भी मौजूद थी। हालांकि इस कवायद का कोई नतीजा नहीं निकला है। बताते हैं कि सभी शातिरों ने इस घटना से कोई संबंध होने से इन्कार कर दिया है। वैसे माना जा रहा है कि इस घटना का तार जेल से ही जुड़ा है। पिछले दिनों जेल में शुरू हुई सख्ती की वजह से शातिरों के साथी ने दहशत बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से इस घटना को अंजाम दिया है।