अब बगैर सूचना निकलेगा दस्ता
जागरण संवाददता, गोरखपुर : सावधान, अब नाले-नालियों व सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण करने की आदत छोड़नी होग
जागरण संवाददता, गोरखपुर : सावधान, अब नाले-नालियों व सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण करने की आदत छोड़नी होगी। आदत से बाज न आने वाले दुकानदारों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अवैध कब्जे हटाने के दौरान उनके सामानों का नुकसान तो होगा ही, उसे नगर निगम द्वारा जब्त भी कर लिया जाएगा। जुर्माने की राशि से अलग दंडित किया जाएगा।
यह बता देना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि एक तरफ अतिक्रमण हटाने और अगले क्षण फिर जस की तस स्थिति हो जाने से आजिज नगर आयुक्त आरके त्यागी ने अब बगैर बताए अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। अभियान कहां चलना है, इसे पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। सुबह ग्यारह बजे निर्माण विभाग के कर्मचारी, ट्रक, बुलडोजर एक साथ एकत्रित होंगे और पीएसी के आते ही सहायक नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह की अगुवाई में कार्रवाई के लिए निकल जाएंगे।
दरअसल, अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम को वाहनों के डीजल से लेकर कर्मचारियों के वेतन पर पचीस से तीस हजार रुपये का खर्च एक दिन में करना होता है। एक वर्ष के भीतर कोई ऐसी सड़क नहीं है, जिसे अभियान चलाकर अतिक्रमणमुक्त न किया गया हो, लेकिन सड़कों की पटरियों पर लगने वाली दुकानों से किसी पर सुचारू आवागमन संभव नहीं हो रहा है।
सहायक नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह की अगुवाई में चलाए जा रहे अभियान में भी यही स्थिति देखने को मिली। एक तरफ अतिक्रमण हटाओ दस्ता के आगे बढ़ते ही दुकानदारों द्वारा स्थिति जस की तस कर दी जा रही है।
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पुलिस भी निभाए अपनी जिम्मेदारी
अतिक्रमण संज्ञेय अपराध घोषित होने के बाद नगर निगम द्वारा एक बार सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद यथास्थिति बनाए रखने की जिम्मेदारी संबंधित थाना, चौकी पुलिस की निर्धारित की गई है।