स्वचालित सीढ़ी के लिए सिर्फ इंतजार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : रेलवे स्टेशन पर 1366.44 मीटर विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म तो तैयार हो
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : रेलवे स्टेशन पर 1366.44 मीटर विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म तो तैयार हो गया, लेकिन यात्रियों की परेशानियों की सुध नहीं ली गई। आलम यह है कि प्रस्ताव बनने के 5 साल बाद भी स्टेशन के फुट ओवरब्रिजों पर स्वचालित सीढ़ी नहीं लग सकी। आज भी बच्चे, बुजुर्ग, महिला और मरीज सीढि़यां चढ़ने के लिए मजबूर हैं। यह तब है जब ब्रिज पर यात्रियों का लोड बढ़ गया है। यानी, यहां भी इंतजार।
प्लेटफार्म नंबर दो के ब्लाक होने के बाद अन्य प्लेटफार्मो पर ट्रेन और यात्रियों का लोड बढ़ गया है। उत्तरी द्वार व्यवस्थित नहीं होने के चलते 3 से लगायत 9 नंबर तक के यात्री ब्रिज से होकर ही गुजरने लगे हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को भी सीढि़यां चढ़कर प्लेटफार्म तक पहुंचने में पसीना छूट जा रहा है। सामान लेकर चढ़ना और उतरना तो जैसे लग रहा,पहाड़ चढ़ रहे हैं।
यहां जान लें कि वर्ष 2009-10 में पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने स्वचालित सीढ़ी का प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा था। बोर्ड ने वर्ष 2012-13 में हरी झंडी दिखाई। बजट भी पास हो गया लेकिन काम में तेजी नहीं आई। आज भी निविदाओं तक ही मामला सिमटा हुआ है। पिछले साल ही निविदा मांगी गई थी। बात नहीं बनी, अब फिर से निविदा की तैयारी चल रही है। हालांकि, महाप्रबंधक मधुरेश कुमार के निर्देश के बाद कार्य में कुछ तेजी आई है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार सिंह बताते हैं कि निविदा की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही सीढि़यां लग जाएंगी।
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ओवरब्रिजों पर पांच सीढि़यां,
रिटाय¨रग रूम के लिए लिफ्ट
र लवे स्टेशन पर पहले से ही दो फुट ओवर ब्रिज हैं। प्लेटफार्म नंबर एक पर कैब वे के पास एक और बन रहा है। तीनों ब्रिज पर कुल 5 सीढि़यां लगाई जानी है। यात्रियों को रिटाय¨रग रूम तक पहुंचने के लिए लिफ्ट लगाने की भी योजना चल रही है। इसके लिए भौतिक सत्यापन जारी है।