विद्यालय के अनुचर ने सीडीओ से पूछा आप कौन?
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की लापरवाही, पठन-पाठन और शैक्षिक वातावर
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की लापरवाही, पठन-पाठन और शैक्षिक वातावरण का पोल मंगलवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के सामने ही खुल गया। खोराबार स्थित परिषदीय विद्यालय जंगल अयोध्या प्रसाद का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को शिक्षकों और कर्मचारियों के व्यवहार से खुद झेपना पड़ गया। अनियमितताओं और अव्यवस्था के बीए एक अनुचर ने तो मुख्य विकास अधिकारी से ही पूछ बैठा, आप कौन? साथ चल रहे बीएसए को हस्तक्षेप करना पड़ा।
खोराबार संवाददाता के अनुसार सुबह 11 बजे के आसपास जिलाधिकारी रंजन कुमार और मुख्य विकास अधिकारी कुमार प्रशांत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलाकर पांडेय के साथ एक ही परिसर में मौजूद प्राथमिक विद्यालय जंगल अयोध्या प्रसाद और पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल अयोध्या प्रसाद का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान दोनों विद्यालयों का माहौल अस्त-व्यस्त मिला। चारो तरफ गंदगी पसरी हुई थी। जो बच्चे स्कूल आए थे, वह भी इधर-उधर घूम रहे थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन भी मीनू के अनुसार नहीं बना था। सीडीओ ने पूछा कि प्रधानाध्यापक कहां हैं? तो एक महिला शिक्षक ने बताया कि कहीं गए हैं। उन्होंने फिर पूछा भोजन में दाल क्यों नहीं बनी है? इस सवाल पर पास ही खड़े अनुचर ने सवाल कर दिया। आप कौन हैं? सीडीओ अभी कुछ कह पाते कि बीच में बीएसए पहुंच गए और अधिकारी के बारे में जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि बीएसए ने मौके पर ही महिला शिक्षक और अनुचर को डांट लगाई। लेकिन, कुछ क्षण के लिए माहौल असहज हो गया। खैर, मुख्य विकास अधिकारी ने अपनी जांच जारी रखी। उन्होंने विद्यालय के अदंर पहुंचकर आलमारी खोली तो वहां दाल की गठरी मिली, जबकि दूसरे कोने में बच्चों का ड्रेस रखा गया था। सीडीओ ने फिर रजिस्टर देखा जिसमें कुल पंजीकृत 140 बच्चों में से मात्र 21 उपस्थित थे। जबकि उन्हें पढ़ाने के लिए सात शिक्षिकाएं व एक शिक्षक तथा दो अनुदेशकों की तैनाती हैं।
प्रधानाध्यापक अपने
पास रखते रजिस्टर
प्राथमिक विद्यालय जंगल अयोध्या प्रसाद में जिलाधिकारी के निरीक्षण में कोई पुरुष शिक्षक नहीं मौजूद था। महिला शिक्षकों ने बताया कि प्रधानाध्यापक ब्लाक संसाधन केंद्र में सह समंवयक भी हैं, यहां हफ्ते में एक दिन आते हैं। साथ में ही वह मध्याह्न भोजन का रजिस्टर भी साथ रखते हैं। इसपर डीएम ने बीएसए को कहा कि उन्हें फोन कर बुलाया जाए। लेकिन, उनका मोबाइल बंद था। अधिकारियों ने विद्यालयों की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए बीएसए से माहौल को दुरुस्त करने की चेतावनी दी। निर्देशित किया कि ड्रेस का वितरण कराएं, मीनू के अनुसार भोजन बनवाएं और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें।
इन पर हुई कार्रवाई
- पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रवि प्रताप निलंबित।
- पूर्व माध्यमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक प्रेम लता निलंबित।
- पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अनुचर प्रेमनारायण निलंबित।
- प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राम आशीष निलंबित।
- प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक सुनीता का वेतन रोका।
- प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक रंजीता का वेतन रोका।
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मिली खामियां,
- पूमा. विद्यालय में 144 की जगह महज 22 छात्र उपस्थित।
- विद्यालय के सभी छात्रों में आज तक नहीं बंटा है निश्शुल्क ड्रेस।
- मध्याह्न भोजन भी मीनू के अनुसार नहीं बना था।
- आलमारी में रखी गई थी दाल और बच्चों का ड्रेस।
- प्राथमिक विद्यालय में उपस्थित नहीं थे एक भी पुरुष शिक्षक।
- प्राथमिक विद्यालय के 207 छात्रों में मौके पर सिर्फ 50 मौजूद।