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राष्ट्र को सक्षम बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी : किरण बेदी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : भारत की पहली महिला आइपीएस किरण बेदी ने कहा कि राष्ट्र को सक्षम बनाने क

By Edited By: Published: Sat, 22 Nov 2014 09:49 PM (IST)Updated: Sat, 22 Nov 2014 09:49 PM (IST)
राष्ट्र को सक्षम बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी : किरण बेदी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : भारत की पहली महिला आइपीएस किरण बेदी ने कहा कि राष्ट्र को सक्षम बनाने के लिए उठ खड़े होने की जरूरत है। साक्षरता, स्वच्छता, सक्षमता व संस्कार ये चार मूल मंत्र हैं, इन्हें लेकर नई पीढ़ी आगे आए और पुरानी पीढ़ी की मानसिकता बदले। इस देश के शिक्षक, प्रधानाचार्य, कुलपति व प्रशासनिक अधिकारी ठान लें कि देश से अज्ञानता व अनपढ़ता दूर करनी है तो यह कार्य मुश्किल नहीं है।

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बेदी यहां विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी की दो नातिनों तारिणी व ईशा के यज्ञोपवीत संस्कार की पूर्व संध्या पर शनिवार को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मां-बाप होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। बच्चा पैदा करना मनोरंजन नहीं है। यह प्रकृति द्वारा हमें दी गई एक ऐसी जिम्मेदारी है जो मानवता को आगे बढ़ाती है। मेरे मां-बाप मुझे ठीक से नहीं संभाले होते तो मैं किसी घर में नौकरानी होती। जो लड़कियां सफल हुई हैं उनके मां-बाप ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है।

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम दो लड़कियों के उपनयन संस्कार के उपलक्ष्य में आयोजित है। इसलिए लड़कियों की शिक्षा के लिए यहीं से आंदोलन की शुरुआत होनी चाहिए। लड़कियों को या तो स्कूल भेजा नहीं जा रहा है या फिर किसी मुफ्त वाले स्कूलों में दाखिला दिलाया जा रहा है। यह सोच बदलने की जरूरत है। इसके लिए एक अभियान चलाएं जिसमें पढ़ने वाले लड़के-लड़कियों को भी शामिल करें। घर-घर जाकर जो अनपढ़ हैं उन्हें पढ़ाएं। स्कूली बच्चे भी अपने से कम कक्षा के बच्चों को पढ़ाएं। इससे देश की तस्वीर बदल जाएगी। शिक्षा के पहले स्वच्छता की सीख दें।

अध्यक्षता करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम नारी उत्सव, नारी प्रेरणा व नारी अस्तित्व के नाम है। मैं इस अभियान में साथ हूं। इंटरमीडिएट तक मां-बाप अपने बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारी खूब निभाते हैं। लेकिन जैसे ही वह महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में आता है, उसे छोड़ देते हैं। आज तक कोई मुझसे यह नहीं पूछने आया कि मेरे बच्चे की कक्षाएं चल क्यों नहीं रही हैं। संचालन मृगांक त्रिपाठी व आराधना त्रिपाठी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन शशि त्रिपाठी ने किया।

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अमेरिका ने स्वीकारा मोदी का नेतृत्व

गोरखपुर : किरण बेदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी पर बतौर मुख्य अतिथि आने का निमंत्रण ओबामा ने स्वीकार कर लिया है, इससे देश का सम्मान बढ़ा है। यह बात भी साफ हुई है कि अमेरिकी सरकार ने मोदी का नेतृत्व स्वीकार कर लिया है। अब जरूरत है कि मोदी के अभियानों में शामिल होकर इसे आगे बढ़ाएं ताकि देश अपने वैभव को पुन: प्राप्त कर सके। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज अभिभावक लड़कों से डरते हैं और लड़कियों को डराते हैं। यह सोच बदलनी होगी। किसी से डरने की जरूरत नहीं है, उन्हें प्यार करें और एक मनुष्य बनने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ अपराध में उत्तर प्रदेश का नाम सबसे ऊपर है। मैं मीडिया से कहती हूं कि ऐसे अपराधियों के नाम के साथ उनके शिक्षकों का भी नाम छापें, माता-पिता, दादा-दादी का नाम व उनके घर का पता भी प्रकाशित करें। जिस दिन से यह छपने लगेगा, उसी दिन से स्थिति सुधर जाएगी।


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