बदहाल प्रसव केंद्रों को सुधारने की तैयारी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : हाल में प्रदेश भर में चलाए गए कामन रिव्यू मिशन के दौरान सरकारी अस्पताल
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
हाल में प्रदेश भर में चलाए गए कामन रिव्यू मिशन के दौरान सरकारी अस्पतालों के प्रसव केंद्रों में बदहाली सामने आने के बाद शासन ने इनकी दशा सुधारने की तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन ने सभी सीएमओ को दिए गए निर्देश में यह स्वीकार किया है कि प्रसव कक्षों की भौतिक स्थिति तथा सेवाओं की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि जिलों में ऐसे प्रसव केंद्रों को चिह्नित कर उनकी सूची बनाएं, कमियों से संबंधित प्रस्ताव तैयार करें जिससे कि उन्हें सुधारा जा सके।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक द्वारा प्रदेश में कामन रिव्यू मिशन दल द्वारा जिलों का भ्रमण करने के दौरान चिकित्सालयों में प्रसव कक्षों की भौतिक तथा सेवाओं की गुणवत्ता की स्थिति असंतोषजनक पाई गई है। बीमार नवजातों की देखभाल के लिए नवनिर्मित नवजात शिशु गहन चिकित्सा की स्थिति तो ठीक है किन्तु उन अस्पतालों के प्रसव कक्षों में कोई सुधार नहीं हुआ है। किसी भी चिकित्सालय में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को पृथक नहीं किया जा सकता। ऐसे में सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए दोनों इकाईयों को सुदृढ़ किया जाना जरूरी है।
भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य टूल किट में प्रसव कक्षों एवं नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में भौतिक स्थिति तथा गुणवत्ता के मानक निर्धारित किए गए हैं। इस संबंध में पुस्तक सभी जिलों में भेजी जा चुकी है। शासन की प्राथमिकता है कि चिकित्सा इकाईयों पर पूर्व से स्थापित प्रसव कक्षों को इन मानकों के अनुसार माडल प्रसव कक्षों के रूप में सुदृढ करने की कार्रवाई तत्काल शुरू कर दी जाए।
सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं अपने जिलों में ऐसी इकाईयों को चिन्हित कर लें जहां नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष तथा न्यूबार्न सिक यूनिट क्रियाशील है। इसके बाद उन इकाइयों में प्रसव कक्षों के सुदृढ़ीकरण के लिए जिलों के जूनियर इंजीनियर से विस्तृत प्रस्ताव बनवा लें।