अवैध ढंग से पटाखा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : सहजनवां में बुधवार को पटाखा की दुकानों में आग लगने की घटना के बाद शहर म
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
सहजनवां में बुधवार को पटाखा की दुकानों में आग लगने की घटना के बाद शहर में निर्धारित स्थल के अलावा अवैध रूप से इधर-उधर दुकानें लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके भारद्वाज के निर्देश पर एलआइयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध रूप से पटाखा बेचने वालों को चिह्नित कर आख्या एसएसपी को दी है।
वैसे तो पुलिस अधीक्षक नगर (एसपी सिटी) सत्येन्द्र कुमार सिंह ने मंगलवार रात में ही भ्रमण कर मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट व इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय क्षेत्र में बगैर लाइसेंस पटाखा बेचने वालों खिलाफ कार्रवाई की। उन्हें तकरीबन एक दर्जन ऐसी पटाखा की दुकानें मिलीं जो निर्धारित स्थल से अलग लगाई गई थीं। एसपी सिटी ने सभी कारोबारियों को हिरासत में ले लिया और उनकी दुकानों के पटाखे गाड़ी में लदवा ले गए। सहजनवां में बुधवार को आग लगने से तकरीबन दो दर्जन पटाखा की दुकानें राख हो गई। साथ ही दो पहिया वाहन आदि भी जल गए। प्रशासन के मुताबिक वह सभी दुकानें अवैध थीं। किसी ने पटाखा बेचने का लाइसेंस नहीं लिया था। इस घटना के बाद एलआइयू की टीम को लगाकर विभिन्न क्षेत्रों में अवैध रूप से पटाखा बेचने वालों को चिन्हित कराया गया। जांच में पता है कि कई जगह दुकानदार सामने लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति रखे हुए हैं और अंदर पटाखा। इस रिपोर्ट पर स्थानीय पुलिस को उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि बगैर लाइसेंस पटाखा बेचने पर न केवल पटाखा जब्त किया जाएगा, बल्कि संबंधित के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी जसबीर सिंह ने बताया कि अवैध रूप से पटाखा बिक्री पर रोक के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर जांच-पड़ताल की गई। घंटाघर में दो ऐसी दुकानें मिलीं जो बिना लाइसेंस पटाखा बेच रहे थे। इनमें एक ने 2012 व एक ने 2013 में लाइसेंस लिया था, लेकिन इस साल दोनों को लाइसेंस नहीं थी। उन्होंने बताया कि अभी जांच चल रही है। भीड़ को देखते हुए हुमांयूपुर क्रासिंग के पास पटाखा की बिक्री बंद करा दी गई।