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शार्टसर्किट से गोदाम में लगी आग, युवक की मौत

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राजघाट थानांतर्गत महेवा चुंगी (हाबर्ट बांध) स्थित चौधरी कांपलेक्स के प्रथ

By Edited By: Published: Tue, 30 Sep 2014 01:30 AM (IST)Updated: Tue, 30 Sep 2014 01:30 AM (IST)
शार्टसर्किट से गोदाम में लगी आग, युवक की मौत

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राजघाट थानांतर्गत महेवा चुंगी (हाबर्ट बांध) स्थित चौधरी कांपलेक्स के प्रथम तल पर स्थित एके इंटरप्राइजेज के गोदाम में सोमवार को शार्ट सर्किट से आग लग गई। घटना में गोदाम मालिक के भाई 35 वर्षीय गौरव उर्फ गोल्डी की जलकर मौत हो गई। मौके पर पहुंचे अग्निशमन दस्ते ने साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू किया। हालांकि आग नियंत्रित होने के बाद भी रह-रह कर धधक जा रही थी। घटना में लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

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चौधरी कांपलेक्स में प्रथम तल पर एके इंटरप्राइजेज का गोदाम है जिसमें आइटीसी (इंडियन टुबैको कंपनी) के उत्पाद रखे थे। भूमितल पर भारतीय स्टेट बैंक की महेवा चुंगी शाखा है। नीचे बेसमेंट है जिसमें कंपनी का कुछ सामान रखा था। गोदाम में सुबह 9 बजे मालिक अनूप अग्निहोत्री पुत्र विश्वनाथ अग्निहोत्री, उनके छोटे भाई गौरव उर्फ गोल्डी व सौरभ तथा कर्मचारी वीएन शुक्ला पहुंचे। सुबह 9.30 बजे छोटा भाई सौरभ पूजा के लिए पानी लेने नीचे उतरा तो देखा कि बेसमेंट से धुआं निकल रहा है। बेसमेंट का ताला खोलकर देखने पर पता लगा कि मोटर के पास से धुआं निकल रहा है, आग बुझाने का यह लोग कुछ उपाय करते तब तक पास में रखे सामानों के गत्ते जलने लगे। सीढ़ी और बेसमेंट की गैलरी के बीच जाली लगी थी, सीढ़ी पर भी गत्ते, आटा व माचिस के बडे़-बडे़ भरे हुए गत्ते रखे थे। देखते ही देखते आग पूरे गोदाम में फैल गई।

चिल्लाता रहा गोल्डी नहीं मिली मदद

आग के बीच दुकान मालिक का भाई गौरव उर्फ गोल्डी बुरी तरह घिर गया। वह मदद के लिए चिल्लाता रहा, नीचे फोन करता रहा लेकिन लोग चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर पाए, जिससे उसकी जलने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गोदाम की आग बुझने के बाद गोल्डी की तलाश की गई तो उसकी बुरी तरह से जली हुई लाश बरामद हुई जिसे राजघाट पुलिस ने अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया है। घर में जवान बेटे की दर्दनाक मौत तथा गोदाम में हुए नुकसान से अनूप अग्रहरि का परिवार टूट गया है।

साढ़े तीन घंटे में बुझी आग

पुलिस व अग्निशमन अधिकारियों- कर्मचारियों ने आग पर काबू करने का प्रयास किया लेकिन गोदाम के बाहरी तरफ भवन में लगे जाली व शीशे बाधक बन गए। क्रेन की मदद से जाली व शीशे तोड़े गए। आग इतनी भयंकर थी कि अग्निशमन विभाग की छह गाड़ियां व कांपलेक्स के पीछे तालाब में एक पोर्टेबल पंप लगाकर उससे दो पाइपों के जरिए आगे-पीछे से पानी फेंका जा रहा था। कांपलेक्स के अगल-बगल की दीवारें चटक गई थीं। कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 1 बजे आग पर काबू तो पा लिया गया लेकिन आग पूरी तरह बुझ नहीं पाई थी। देर रात तक धुआं निकलता रहा और अग्निशमन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ जुटे रहे। घटना में स्टेट बैंक की शाखा का कोई नुकसान नहीं हुआ। मौके पर पहुंचे बैंक के अधिकारियों-कर्मचारियों ने तत्काल एटीएम व शाखा से कैश व रिकार्ड बाहर निकाल लिए।


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