यही हाल रहा तो फिर तबाही मचाएगा डेंगू
गोरखपुर : बीते वर्षो में डेंगू के कहर से सबक न लेते हुए अफसरों ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है।
गोरखपुर : बीते वर्षो में डेंगू के कहर से सबक न लेते हुए अफसरों ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। गोरखपुर व आसपास के क्षेत्र में बीमारी कभी भी तबाही मचा सकती है। बीआरडी मेडिकल कालेज में केंद्र सरकार के निर्देश पर खुली सर्विलांस यूनिट की रिपोर्ट चौंकाने वाली है। टीम ने गोरखपुर व आसपास के अलग-अलग इलाकों में सर्वे किया है जिसमें भारी तादाद में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं।
गंभीर बात यह है कि यह तकरीबन वही इलाके हैं जहां पिछले साल भी बीमारी के मच्छर मिले थे और भारी तादाद में लोग डेंगू से पीड़ित हुए थे।
इसी सिलसिले में हाल में लालडिग्गी से साहबगंज के रास्ते पर प्रकाश इंटर प्राइजेज के पीछे सर्वे किया गया। यहां प्लास्टिक के डिब्बों को रखने का गोदाम है, जिसमें कई डिब्बे व पेंट वाली बाल्टियां खुली थीं। इन पात्रों में पानी रखा था एवं उसमें डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के लार्वे पाए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वही जगह है जहां आसपास पिछले वर्षो में डेंगू के मरीज पाए गए थे।
इसके बाद सर्वे टीम को राप्तीनगर बस डिपो में बड़ी संख्या में बसों के टायर मिले। सभी टायरों में बारिश का पानी जमा था। सभी टायरों में एडीज मच्छरों के लार्वे भारी संख्या में पाए गए। गोरखपुर बस स्टेशन के डिपो में भी बसों के टायर रखे हैं। यहां भी अधिकतर टायरों में पानी था और एडीज मच्छर के लार्वे पाए गए।
विश्वविद्यालय चौराहे से मोहद्दीपुर रोड पर स्थित रेलवे म्यूजियम के अंदर रेस्टोरेंट के पास सर्वे टीम को कई ड्रम बारिश के पानी से भरे मिले। इन ड्रमों में भी एडीज के लार्वे पाए गए।
रिपोर्ट में कहा गया कि इन जगहों पर एडीज मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए निरोधात्मक कार्रवाई आवश्यक है। ये सभी स्थान लोगों की भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र हैं तथा यहां अलग-अलग जगहों से लोग आते रहते हैं। इससे डेंगू फैलने की आशंका है।
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हाल में कराए गए सर्वे में जगह-जगह डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा मिले हैं। हालांकि इसके पहले भी सर्वे करने वाले जोनल इंटेमोलॉजिस्ट डा. वीके श्रीवास्तव की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को एक पत्र भेजा गया था जिसमें उन इलाकों में रोकथाम की बात कही गई है जहां पिछले साल डेंगू के मच्छरों के लार्वा मिले थे।
डा. डीके श्रीवास्तव, प्रभारी
वेक्टर बार्न डिजीज सर्विलांस यूनिट