जानिए, मेडिकल कालेज में हर जांच का है इंतजाम
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
अब बीआरडी मेडिकल कालेज में आप छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों से जुड़ी तकरीबन सभी जांचें करा सकते हैं। खतरनाक कैंसर, हृदय रोग, लीवर की बीमारी, किडनी सम्बंधी समस्या, थायरायड, मधुमेह सहित सभी तरह की जांच की सुविधा यहां की पैथालॉजी में उपलब्ध है। मानसिक एवं हृदय रोग आदि के मरीजों के रक्त में दवा की मात्रा का पता लगाने जैसा जटिल टेस्ट भी अब यहां संभव है। ये सभी जांचें बाजार की तुलना में चौथाई या उससे भी बेहद कम कीमत में की जा रही हैं।
बीते एक साल के दौरान आए अत्याधुनिक उपकरणों ने मेडिकल कालेज के पैथालॉजी की तस्वीर बदल दी है। यहां की जांच रिपोर्ट अब पूरी दुनिया में मान्य होगी। आइएसओ (इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन फार स्टैंडराइजेशन) की तरफ से मेडिकल कालेज को इस संबंध में सर्टिफिकेट मिलने के बाद यह संभव हुआ है।
----------------
ये हैं महत्वपूर्ण जांचे
-यहां ड्रग एसे की जांच भी होती है, जिससे पता चलता है कि मरीज को दी जा रही दवा का स्तर रक्त में कितना है।
-पैथालॉजी में ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन, विटामिन बी 12, विटामिन डी, आयरन, फोलिक एसिड, हारमोन से संबंधित जांच भी हो रही हैं।
-प्रोस्टेट कैंसर की जांच पीएसए या प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन की भी जांच की जा रही है।
-यहां स्तन कैंसर की जांच इम्यूनोहिस्टो केमेस्ट्री यह बता देती है कि इस तरह के कैंसर में हारमोन देने या दवाओं से फायदा हो रहा है या नहीं।
-दिल का दौरा पड़ने में तत्काल पता लगाने वाली जांच ट्राप-आइ तथा पेशाब में नाइट्रेट, कीटोन, आरबीसी, डब्लूबीसी की जांच भी यहां शुरू हो गई है।
-डायबिटिक प्रोफाइल, रक्त में वसा की जांच लिपिड प्रोफाइल, थायरायड प्रोफाइल, लीवर संबंधी जांचें भी होती हैं।
-किडनी, एचआइवी, हेपेटाइटिस, डेंगू, मलेरिया, इंसेफेलाइटिस सहित तकरीबन सभी जांच की सुविधा है।
---------------
ऐसे कराएं जांच
यहां की पैथालॉजी में जांच कराने के लिए पर्ची लेने के बाद संबंधित विभाग के चिकित्सक से ओपीडी में दिखाएं। चिकित्सक द्वारा लिखी गई जांचों को पैथालॉजी में जाकर कराएं। यहां जो भी जांच करानी हैं उसकी सरकारी फीस काउंटर पर चुकाने के बाद रसीद मिलती है। इसके बाद जांच के लिए सेम्पुल लिया जाता है।
---------------
बाहरी भी करा सकते हैं जांच
मेडिकल कालेज में जांच के लिए यह जरूरी नहीं कि मरीज वहीं जाकर ओपीडी में डाक्टर को दिखाए या फिर भर्ती हो। यदि आपके पास रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर की पर्ची है तो भी जांच संभव है। ऐसे में नेहरू अस्पताल की पैथालॉजी में जाकर सरकारी पर्ची कटाकर सरकारी रेट पर जांच कराई जा सकती है।
----------------
इनसे रहें सावधान
नेहरू अस्पताल में ऐसे लोग मिल जाते हैं, जो इलाज के लिए आए लोगों को गुमराह करते हैं। जांच कराने के लिए पहुंचे मरीजों को पहले वे यह बताते हैं कि फलां जांच की सुविधा यहां है ही नहीं। यदि मरीज को पता है कि संबंधित जांच मेडिकल कालेज में होती है, तब यह समझाने की कोशिश करते हैं यहां जांच ठीक नहीं होती। वे मरीजों को बाहर से जांच कराने की सलाह देते हैं। ऐसे में नुकसान मरीजों का ही होता है। जो जांच मेडिकल कालेज में काफी कम कीमत में हो जाती है, उसके लिए बाहर चार से पांच गुना अधिक कीमत चुकानी पड़ती है।