एक्पायर दवाओं का जखीरा पकड़ा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
बीआरडी मेडिकल कालेज से पिकप में भरकर भेजा जा रहा एक्सपायर दवाओं का जखीरा सोमवार को पकड़ लिया गया। इसमें करीब दो क्विंटल दवाएं हैं जिनको बिना नष्ट किए स्क्रैप कारोबारी को सौंप दिया गया था।
बताते हैं कि बीआरडी मेडिकल कालेज में विगत कई वर्षो से दो कमरों में भरकर एक्सपायर दवाएं रखी गई थीं, जिसमें इंसेफ्लाइटिस की दवाएं भी थीं। इसको बेचने के लिए शासन से कई बार पत्राचार भी किया गया। इस साल मई में इसे बेचने की अनुमति मिलने के बाद कालेज प्रशासन ने एक कमेटी बना दिया। कमेटी ने सूबा बाजार के स्क्रैप कारोबारी को बेचने का निर्णय लिया। इसी के तहत यह दवाएं स्क्रैप कारोबारी को भेजी जा रहीं थीं। नियमत: इस दवाओं को नष्ट करने के बाद उसका स्क्रैप बेचा जाता है, पर ऐसा नहीं करते हुए दवाएं स्क्रैप कारोबारी को भेजी जा रहीं थीं। किसी ने इसकी सूचना कैंट पुलिस को दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी, जिसके बाद मोहद्दीपुर चौकी पर दवाओं से भरा पिकप पकड़ लिया गया।
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मेडिकल कालेज के दो कमरों में वर्षो से दवाएं भर कर रखी गई थीं। अब तक पांच पिकप दवाएं स्क्रैप कारोबारी को भेजी जा चुकी हैं। इसमें ज्यादातर बोतलें खाली कर भेजी गई। जहां तक क्रश करने का सवाल है तो मेडिकल कालेज में कोई व्यवस्था नहीं है। स्क्रैप कारोबारी इसे ले जाकर क्रश करके उसका वजन बताते हैं, जिसके बाद तय रेट के आधार पर भुगतान होता है। यहां सभी काम नियमानुसार किया गया है।
डा. एके श्रीवास्तव, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल कालेज
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नियमत: एक्सपायर दवाओं की शीशी को क्रश कर उनको स्क्रैप कारोबारी को भेजी जानी चाहिए थी जिससे उसका दुबारा उपयोग न किया जा सके। ऐसा नहीं किया गया जो नियम विरुद्ध है।
बृजेश यादव, ड्रग इंस्पेक्टर
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जिला अस्पताल परिसर में फेंकी मिली दवाएं
जिला अस्पताल परिसर में सोमवार को सीरप की कुछ भरी हुई शीशियां फेंकी हुई मिली। यह पता नहीं लग सका है कि अस्पताल से किसने इन दवाओं को लिया और क्यों फेंका।
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