एयर क्राफ्ट रूल्स को दिखा रहे आंख
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : नगर निगम से लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से एयरफोर्स जोन में हवाई दुर्घटना का खतरा मंडरा रहा है। एयर क्राफ्ट रूल्स के अनुसार एयरफोर्स क्षेत्र के दस किमी. की परिधि में कहीं मांस-मछली की बिक्री नहीं की जा सकती है। इसके बावजूद यहां बड़ी संख्या में मीट-मुर्गे की दुकानें हैं और हमेशा बकरे-मुर्गे कटते रहते हैं। इनके अवशेष आसपास ही फेंके जाते हैं। लगता है नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग को किसी दुर्घटना का इंतजार है।
पिछले पखवारे एयरफोर्स जोन में मीट-मछली की बिक्री पर नाराजगी जाहिर करते हुए महानिदेशक नागर विमानन तकनीकी डा. प्रभात कुमार ने एयर क्राफ्ट रूल्स 1937 के नियम 91 का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर नगर आयुक्त को दिया। नगर आयुक्त ने यह जिम्मेदारी संबंधित स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी, लेकिन अब तक अनुपालन नहीं सुनिश्चत हो पाया।
मोहद्दीपुर चौराहे से नौकायन केंद्र तक दर्जन भर से अधिक अंडे, बिरयानी, मीट के ठेले लगे रहते हैं तो रामगढ़ताल नौकायन केंद्र के सामने व्यापक स्तर पर मीट-मछली बेचने का कारोबार हो रहा है। इंजीनियरिंग कालेज रोड पर महादेव झारखंडी के आगे तक बड़ी संख्या में मीट-मछली की दुकाने हैं। यहां तो फुटपाथ पर भी कब्जा जमाए हुए हैं। यह एयरफोर्स से सटा क्षेत्र है, स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के निर्देश के बाद भी गंभीर नहीं है।
लाइसेंस किसी को नहीं है: डा. अरुण कुमार
- मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अरुण कुमार ने कहा कि नगर आयुक्त का इस संबंध में निर्देश पत्र मिला है। किसी को नगर निगम की ओर से लाइसेंस नहीं दिया गया है। कई बार इन्हें हटाया जा चुका है, शीघ्र फिर हटाने की कार्रवाई होगी।
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सदन में उठेगा मुद्दा
- एयरफोर्स जोन में मांस-मछली की बिक्री पर रोक लगाने का मुद्दा नगर निगम सदन में उठाए जाने की बात पार्षद रमेश प्रताप गुप्त, रणजंय सिंह जुगनू, राम जनम यादव व केशव देवी ने कही है।