दुनिया भर में मान्य होगी बीआरडी मेडिकल कालेज की जांच रिपोर्ट
गोरखपुर
बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर की पैथालॉजी की जांच रिपोर्ट अब पूरी दुनिया में मान्य होगी। आइएसओ (इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन फार स्टैंडराइजेशन) की तरफ से को इस संबंध में सर्टिफिकेट मिलने के बाद यह संभव हुआ है। इसके लिए करीब छह महीने पहले आवेदन किया गया था। यह सर्टिफिकेट हासिल करने वाला यह प्रदेश का पहला मेडिकल कालेज है।
सर्टिफिकेट के लिए मेडिकल कालेज को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ा। जो आवेदन पत्र भरा गया उसमें ही पैथालॉजी की पूरी स्क्रीनिंग कर ली गई। मसलन यहां कौन-कौन से टेस्ट होते हैं। टेस्ट का तरीका क्या है। जांच उपकरणों की क्वालिटी क्या है। हर दिन कितनी जांचें होती हैं आदि। इसके लिए आइएसओ के प्रतिनिधि ने भी बीच-बीच में आकर पैथालॉजी का जायजा लिया।
इसके पहले एम्स नई दिल्ली द्वारा चल रहे क्वालिटी कंट्रोल एश्योरेंस प्रोजेक्ट में भी गोरखपुर मेडिकल कालेज बतौर सदस्य शामिल रहा है। वहां से भी पिछले दो वर्षो तक यहां की सभी जांचों पर मुहर लगी है। एम्स से हर तीन महीने पर कई ऐसे सेम्पुल जांच के लिए भेजे गए जिनकी जांच पहले एम्स में हो चुकी थी। गोरखपुर मेडिकल कालेज में उसे इसलिए भेजा गया ताकि पता चल सके की यहां की जो रिपोर्ट एम्स से मेल खाती है या नहीं। इस टेस्ट में भी मेडिकल कालेज पास रहा।
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तकरीबन हर जांच की सुविधा:
गोरखपुर मेडिकल कालेज की पैथालॉजी में तकरीबन हर जांच की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इसमें रक्त में दवाओं की मात्रा, हारमोन, विटामिन, कैंसर के लिए ट्यूमर मार्कर जैसी जांचें भी हैं। ड्रग एसे जांच से पता चलता है कि दी जा रही दवा का स्तर रक्त में कितना है। इसी तरह कैंसर संबंधी महत्वपूर्ण जांच ट्यूमर मार्कर भी सुविधा भी उपलब्ध है। यहां विटामिन बी 12, विटामिन डी, आयरन, फोलिक एसिड, हारमोन से संबंधित जांच भी हो रही हैं। प्रोस्टेट कैंसर की जांच पीएसए या प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन की भी सुविधा है। स्तन कैंसर की जांच इम्यूनोहिस्टो केमेस्ट्री यह बता देती है कि इस तरह के कैंसर में हारमोन देने या दवाओं से फायदा हो रहा है। दिल का दौरा पड़ने में तत्काल पता लगाने वाली जांच ट्राप-आइ तथा पेशाब में नाइट्रेट, कीटोन, आरबीसी, डब्लूबीसी की जांच भी यहां शुरू हो गई है। इसके अलावा सामान्य जांच की लगभग सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
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फोटो- डा. राजीव मिश्र
आइएसओ सर्टिफिकेट हासिल करना बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। पूरी दुनिया में अब यहां की रिपोर्ट मान्य होगी। यह सर्टिफिकेट हासिल करने वाला यह प्रदेश का पहला मेडिकल कालेज है।
डा. राजीव मिश्र, विभागाध्यक्ष पैथालॉजी
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फोटो- डा. केपी कुशवाहा
आइएसओ सर्टिफिकेट ने यहां की पैथालॉजी की जांचों के सटीक होने पर मुहर लगा दी है। जल्द ही एनएबीएल (नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फार टेस्टिंग एंड कैलीब्रेशन) में आवेदन किया जाएगा।
डा. केपी कुशवाहा, प्राचार्य