यात्रियों की बीमारी ने बढ़ाई चिंता
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : इधर, ट्रेनों में आए दिन यात्रियों की तबीयत खराब हो रही है। रेलवे प्रशासन पिछले एक पखवारे में ही लगभग 15 यात्रियों का इलाज करा चुका है। दर्जनों ऐसे भी यात्री हैं जिन्हें न दवा मिली है और न उनका उपचार हो पाया है। शनिवार को तो नई दिल्ली से बरौनी जा रही 12554 वैशाली एक्सप्रेस का एक यात्री बेहोश हो गया। रेलवे प्रशासन ने उसका प्राथमिक इलाज कराया। लेकिन स्टेशन पर चिकित्सा की समुचित व्यवस्था न होने से यात्री ही नहीं रेलकर्मियों की चिंता भी बढ़ा दी है।
ट्रेन जब लखनऊ से आगे बढ़ी तो शयनयान श्रेणी कोच नंबर 7 के यात्री की अचानक तबीयत खराब हो गई। वह बेहोश हो गया। यात्रियों ने इसकी जानकारी कोच कंडक्टर को दी। कंडक्टर ने इसकी सूचना कंट्रोल और गोरखपुर यात्री मित्र कार्यालय को दी। सुबह 10 बजे के आसपास ट्रेन के गोरखपुर पहुंचने पर यात्री का प्राथमिक इलाज हुआ और उसे रेलवे एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। पिछले गुरुवार को ही बाघ एक्सप्रेस का एक यात्री बस्ती से गोरखपुर तक बुखार में तपता आया। हालांकि, यहां स्टेशन पर उसका इलाज हुआ लेकिन संयोग अच्छा रहा कि रास्ते में उसे कुछ नहीं हुआ। 17 अगस्त को ही बिहार की तरफ से आ रही आम्रपाली में एक महिला की तबीयत खराब हो गई। यह तो सिर्फ नजीर है। आए दिन यात्री बीमार पड़ रहे हैं।
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स्टेशन पर नहीं
समुचित व्यवस्था
जानकारी होने पर रेलवे प्रशासन यात्रियों का इलाज तो कराता है। लेकिन, इसके उसे कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। ट्रेन छूटने के डर से यात्री का ढंग से प्राथमिक इलाज भी नहीं हो पाता है। अक्सर, रेलवे अस्पताल से स्टेशन आने में चिकित्सकों को लेट हो जाता है। चिकित्सक का इंतजार करना पड़ता है। स्टेशन पर चिकित्सकीय सुविधा नहीं होने से परेशानी और बढ़ गई है। गंभीर यात्रियों का इलाज तो हो जाता है लेकिन चोट लगने, उल्टी, दस्त, बुखार और बदन दर्द की गोली नहीं मिल पाती है। स्टेशन पर उतरने के बाद भी दवा नहीं मिलती है। एक केमिस्ट की दुकान थी वह भी बंद हो गई है। एक गोली और ओरआरएस की घोल के लिए यात्री भटकते रहते हैं।
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तबीयत खराब होने पर,
- यात्रा के दौरान कोच कंडक्टर और गार्ड को अवश्य बताएं।
- हेल्पलाइन 9794845955 और 0551- 155210 पर सूचना दें।
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मिलने वाली सुविधाएं
- गार्ड, स्टेशन मास्टर और यात्री मित्र कार्यालय पर फर्स्ट एड बाक्स।
- रेलवे यात्रा के दौरान ही यात्री का कराती है समुचित उपचार।
- स्थिति बिगड़ने पर पास वाले स्टेशन पर होता है यात्री का इलाज।
- सभी प्रमुख मुख्य स्टेशनों पर उपलब्ध है चिकित्सक की सुविधा।
- इलाज के लिए यात्री को देने पड़ते हैं सिर्फ न्यूनतम 20 रुपये चार्ज।