टीका लगने के बाद हो गया जेई
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
जिले में जापानी इंसेफ्लाइटिस ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। अब तक दो मरीजों में बीमारी की पुष्टि हुई है। इसमें से एक मरीज को टीका लगाने के बाद भी बीमारी से पीड़ित होने का मामला सामने आया है।
सीएमओ डा. रमेश गुप्ता ने जिला मलेरिया अधिकारी डा. एके पांडेय के साथ प्रभावित गांवों दौरा किया। बरगदही के दौरे में बताया गया कि यहां रहने वाली चार वर्षीय निधि को जापानी इंसेफ्लाइटिस का टीका लगा था। उसको एक अगस्त को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया जहां से उसे इलाज के बाद सात को डिस्चार्ज किया गया। दूसरे गांव परसा तिवारी में चालीस साल के पूजन को बीमारी हुई थी। यहां भी अधिकारी मौके पर पहुंचे और साफ-सफाई आदि की स्थिति की जानकारी ली। यहां बताया गया कि गांव में एक तालाब है जहां बाहर से पक्षी आते हैं। यह भी बीमारी की वजह हो सकता है।
सीएमओ के मुताबिक दोनों गांवों में साफ-सफाई की स्थिति ठीक नहीं थी। यहां हैंडपंप का पानी पास के गड्ढे में जमा हो रहा था जिसको तत्काल ठीक कराया गया। पूछने पर पता चला कि फागिंग नहीं हुई है। गांवों में तत्काल फागिंग के निर्देश दिए गए। परसा तिवारी के मामले की जांच में पता चला कि मेडिकल कालेज में उसे इंसेफेलाइटिस नहीं बताया गया था जबकि एनआइवी में जांच में जापानी इंसेफेलाइटिस की पुष्टि हुई। इस संबंध में फिर से जांच की जाएगी।
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दो कर्मचारियों पर कार्रवाई
सीएमओ डा. रमेश गुप्ता ने गुरुवार को कैंपियरगंज स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान दो कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। सीएमओ ने दोनों कर्मचारियों का एक दिन वेतन बाधित करते हुए नोटिस जारी किया है।