देवरिया के युवक ने दिया था सिम
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
हिन्दू युवा वाहिनी के नेता व पूर्व प्रमुख महेंद्र पाल से जिस मोबाइल नंबर से रंगदारी मांगी गई थी, वह बैतालपुर (देवरिया) के एक युवक ने दिया था। पुलिस ने उस युवक को उठाया था, लेकिन कुशीनगर के एक सपा नेता के दबाव में उसे छोड़ दिया गया।
हियुवा नेता से तकरीबन एक पखवारा पहले एक बदमाश ने फोन कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। फोन करने वाले ने अपना नाम बंटी यादव बताया। पहले तो महेंद्र पाल ने उसे मजाक माना, लेकिन दुबारा फोन आने पर वह चिंतित हो गए। उन्होंने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश कुलहरी को जानकारी दी। एसएसपी ने एसपी सिटी परेश पाडेय को देखने को कहा। एसपी सिटी के निर्देश पर शाहपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। पुलिस की तफ्तीश पर बंटी यादव की पहचान गाजीपुर जिले के मरदहा थाना क्षेत्र के अजीत यादव उर्फ बंटी यादव के रुप में हुई। वह लखनऊ में एक हत्या के मामले में जेल गया था। तकरीबन दो माह पहले लखनऊ से पेशी के दौरान वह फरार हो गया था। उसके बाद से ही वह गोरखपुर में अपना ठिकाना बनाकर आस-पास के क्षेत्रों में रह रहा था।
पुलिस ने जब उस नम्बर की जांच-पड़ताल शुरू की, जिससे रंगदारी मांगी गई थी, तो पता चला वह सिम देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बैतालपुर के एक युवक ने दी थी। वह युवक भी बंटी यादव के बिरादरी का है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने उस युवक को उठाया और पूछताछ शुरू की तो कुशीनगर के एक सपा नेता ने दबाव बनाया। लिहाजा पुलिस ने उसे छोड़ दिया। पुलिस ने अब उस मोबाइल नम्बर का सीडीआर (काल डिटेल रिकार्ड) निकलवाया है। उसमें दर्ज नंबरों को छांटकर उसके सहारे रंगदारी मांगने वाले अपराधी तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। अभी तक उस बदमाश की गिरफ्तारी न होने के सवाल पर शाहपुर पुलिस का कहना है कि कुछ चुनावी व्यस्तता के चलते अभी तक उस पर शिकंजा नहीं कसा जा सका है, जल्दी ही वह सलाखों के पीछे होगा।
उधर, महेंद्र पाल सिंह अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं। उनके घर पर तो पुलिस की सुरक्षा दे गई है, लेकिन गनर दिए जाने के उनके अनुरोध पर अधिकारियों ने कोई फैसला नहीं किया है। लिहाजा वह एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) व अन्य पुलिस अधिकारियों के पास बदमाश की गिरफ्तारी के लिए चक्कर लगा रहे हैं।