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550 सफाई कर्मियों की हड़ताल, सफाई व्यवस्था ध्वस्त

By Edited By: Published: Sat, 20 Sep 2014 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 20 Sep 2014 11:17 PM (IST)
550 सफाई कर्मियों की हड़ताल, सफाई व्यवस्था ध्वस्त

गोंडा: नगर पालिका परिषद में लिपिक विनोद श्रीवास्तव की आत्महत्या के बाद शनिवार को भी आंदोलन का दौर जारी रहा। स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के बैनर तले नगर पालिका के सभी सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। सफाईकर्मियों ने शहर में सफाई का काम बंद कर दिया है। जिससे पूरे शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर लग गया। आंदोलित कर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पेयजल आपूर्ति भी ठप कर दी जायेगी।

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बताते चलें कि नगर पालिका के लिपिक विनोद श्रीवास्तव ने शहर के पांडेय तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। लिपिक की आत्महत्या की वजह को लेकर कयासों का दौर जारी है। पालिकाध्यक्ष का गुट जहां तीन माह से वेतन न मिलने के कारण तनाव में आकर आत्महत्या की बात कह रहे हैं, वहीं पर सभासदों का गुट पटल बदलने को वजह मान रहा है। शनिवार को अब इस मामले को लेकर स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष राज कुमार वाल्मीकि के नेतृत्व में कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। शनिवार को सफाई कर्मियों ने पालिका परिषद के सभागार में सभा कर वेतन न मिलने पर गहरी नाराजगी जतायी। साथ ही सफाई कर्मियों ने शहर की सफाई व्यवस्था को ठप कर दिया है। सफाई कर्मियों का कहना था कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। कर्मियों ने कहा है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो पेयजल की आपूर्ति भी बंद की जा सकती है। आंदोलन के दौरान अर्जुन प्रसाद बाल्मीकि, सुकई भारती, रघुनाथ तिवारी, नंदू वाल्मीकि, राजकुमार, अनिल वाल्मीकि, रमेश कुमार भारती, सिकंदर कुमार, राजेश वाल्मीकि, विष्णु भारती, सतीश भारती, संजय वाल्मीकि, घनश्याम भारती, काजी हासिम रसूल, अशोक बाबू, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, छेदीलाल, रिजवान, दानिश, राज कुमार भारती, अजय वाल्मीकि, विशाल वाल्मीकि, मंगली भारती व मनीष वाल्मीकि सहित अन्य मौजूद थे।

कूड़े का ढेर

शहर का चाहे वीआइपी समझे जाने वाला सिविल लाइन इलाका हो या फिर आवास विकास, पटेलनगर हो या मालवीय नगर.. समूचे शहर में हर ओर बस सड़कों के किनारे कूडे़ का ढेर ही नजर आया। सफाई व्यवस्था ठप होने के कारण कूड़ा नहीं उठ सका। जिसके कारण हर रोज घरों से निकलने वाला कूड़ा इधर उधर बिखरा रहा। हर कोई कूड़ों के बीच से आवागमन के लिए मजबूर रहा। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहरवासियों का कहना था कि प्रशासन को समस्याओं के निराकरण का प्रयास करना चाहिए।

आंदोलन 23 से

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष रुपेश कुमार उर्फ निर्मल श्रीवास्तव ने देवीपाटन मंडल के आयुक्त से पालिका परिषद के दैनिक एवं स्थायी कर्मचारियों को वेतन दिये जाने एवं पालिका के मृतक कर्मी के परिजनों का मुआवजा की मांग की है। उन्होंने मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग करने के साथ ही 23 सितंबर से जनांदोलन करने का ऐलान किया है।


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