लेखाकार व पालिकाध्यक्ष ने फंसाया वेतन!
गोंडा: नगर पालिका कर्मियों के हड़ताल पर जाने के मामले में अब प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। प्रशासन ने नगर पालिका परिषद के नियमित कर्मचारियों का अगस्त माह का वेतन आहरित करने संबंधी प्रक्रिया में लापरवाही बरतने के कारण लेखाकार वेद प्रकाश श्रीवास्तव से स्पष्टीकरण तलब किया है। वहीं पर कार्य से विरत रहने के मामले में सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष को भी पत्र लिखा है।
नगर मजिस्ट्रेट डॉ. चतुर्भुजी गुप्ता ने बताया कि नगर पालिका परिषद के 181 सामान्य कर्मी तथा 211 सफाई कर्मी कुल 392 कर्मियों का जुलाई माह का वेतन समय से आहरित हो चुका है। अगस्त माह के प्रपत्रों पर बिल लिपिक विपिन प्रकाश श्रीवास्तव एवं प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय के हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। लेखाकार एवं अध्यक्ष के हस्ताक्षर न हो पाने के कारण आहरण नहीं किया जा सका है। जिस पर लेखाकार वेद प्रकाश श्रीवास्तव से स्पष्टीकरण के साथ वेतन बिल प्रस्तुत करने को कहा गया है। वहीं पर पालिकाध्यक्ष को भी वेतन बिल प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया है। नगर मजिस्ट्रेट ने सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष को जारी पत्र में कहा है कि ऐसी दशा में उप्र नगर पालिका अधिनियम 1916 की धारा 84 व 85 के तहत किसी कार्य सेवक का कार्य से विरत रहना दंडनीय अपराध है।