गुरुजी बताएंगे थाट आफ द डे
गोंडा : योजना कारगर रही, तो आने वाले कुछ दिनों में जिले के 314 इंटर कालेजों की सूरत व सीरत में बहुत कुछ बदलाव नजर आयेगा। यहां पर पांच सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। जिसे लागू कराने की कवायद चल रही है। इस योजना को पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन से प्रभावी करने की तैयारी की गयी है।
जिले में 42 सहायता प्राप्त, 15 राजकीय व 257 मान्यता प्राप्त कालेज है। आये दिन इन कालेजों में समय से कक्षाएं न चलने, व्यवस्थाओं में सुधार न होने का मामला आता रहा है। कई निरीक्षण में खुद अधिकारियों ने स्कूलों का सच देखा है। इंटर कालेजों की सूरत व सीरत को बदलने की योजना तैयार हो गयी है। इसके तहत अब एक पांच सूत्रीय कार्यक्रम लागू किया जा रहा है। जिसे सभी कालेजों में अनिवार्य किये जाने की व्यवस्था है। इस कार्यक्रम का मकसद है कि कालेजों का शैक्षिक स्तर बेहतर होने के साथ ही वहां का परिवेश भी बदलें। इसके लिए कालेजों की साफ सफाई के साथ ही बागवानी पर जोर दिया जा रहा है। डीआइओएस वीरेंद्र कुमार दूबे ने बताया कि कालेजों को शिक्षा के मंदिर के रूप में स्थापित किया जायेगा। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।
क्या है योजना
- बनाये गये पांच सूत्रीय कार्यक्रम में सुबह बैंड के साथ प्रार्थना करायी जायेगी। प्रार्थना के समय सभी छात्रों व शिक्षकों की उपस्थिति के साथ ही व्यायाम कराये जायेंगे। यहां पर प्रार्थना के बाद स्कूली बच्चे विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रमुख समाचार पढ़ेंगे। हर रोज सामान्य ज्ञान की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता होगी। जवाब देने वाले छात्रों को ताली बजाकर सम्मानित किया जायेगा। इसके बाद प्रतिदिन एक-एक शिक्षक बारी-बारी आज का विचार बतायेंगे। साथ ही हर रोज एक शिक्षक प्रेरक प्रसंग बतायेंगे।
पुस्तकालय का होगा विकास
- प्रत्येक कालेज में स्थापित पुस्तकालय व वाचनालय की सूरत को सुधारा जायेगा। वहां पर सम समायिक विषयों की मैगजीन के साथ ही समाचार पत्रों को मंगाने का आदेश दिया गया है। यहां पर आने वाले प्रत्येक बच्चे व शिक्षक का अंकन वहां पर एक रजिस्टर में होगा। जिसका निरीक्षण के समय अवलोकन किया जायेगा। इस बात पर विशेष ध्यान दिया जायेगा कि हर शिक्षक पुस्तकालय में जायें।
क्या होगा लाभ
- राजकीय कालेज के प्रधानाचार्य सीबी सिंह का कहना है कि इस नयी व्यवस्था से एक ओर जहां शैक्षिक स्तर में गुणात्मक सुधार होगा। वहीं पर विद्यार्थियों व गुरुजनों के बीच अनुशासन की भावना मजबूत होगी। शहीदे आजम भगत सिंह इंटर कालेज के प्रधानाचार्य एसएन चतुर्वेदी का कहना है कि इससे शैक्षिक परिवेश में एक नया परिवर्तन आयेगा। सरयू प्रसाद कन्या पाठशाला इंटर कालेज की प्रधानाचार्या डॉ. ममता किरण राव का कहना है कि इस नयी व्यवस्था का असर आने वाले कुछ दिनों में दिखायी पड़ेगा।
'' माध्यमिक कालेजों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन से इसे प्रभावी तौर पर लागू कराने की योजना है। इस दिन सभी कालेजों में आयोजित कार्यक्रमों में शिक्षकों के माध्यम से नयी व्यवस्था शुरू करायी जायेगी। ''
- वीरेंद्र कुमार दूबे, डीआइओएस, गोंडा