घंटियां बजती रहीं उठाने वाले रहे गायब
गोंडा : हेलो मैं स्टेशन अधीक्षक बोल रहा हूं, फोन क्यों नहीं उठ रहा था। उधर से आवाज आई कि साहब पूछताछ
गोंडा : हेलो मैं स्टेशन अधीक्षक बोल रहा हूं, फोन क्यों नहीं उठ रहा था। उधर से आवाज आई कि साहब पूछताछ केंद्र पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। इतना सुनते ही स्टेशन अधीक्षक ने फोन उठाने वाले से पूछताछ केंद्र में तैनात कर्मचारियों का पूरा ब्यौरा तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
यह हाल बुधवार को सवा 11 बजे का गोंडा रेलवे जंक्शन का है। मंगलवार की देररात गोरखपुर में बरौनी व कृषक एक्सप्रेस के बीच हुई टक्कर के बाद गोंडा जंक्शन पर ट्रेनों के इंतजार में यात्री बेहाल थे। बुधवार को पूछताछ केंद्र पर फोन की घंटियां बज रही, लेकिन फोन उठाने वाले कर्मचारियों का अता पता नहीं था। परेशान यात्रियों का सब्र का पारा टूट गया। वह उप स्टेशन अधीक्षक प्रभाकर पांडेय के केबिन में पहुंच गए। उप स्टेशन अधीक्षक पांडेय ने स्टेशन अधीक्षक एएन मिश्र को दी। वह मौके पर उप स्टेशन अधीक्षक के केबिन में पहुंचे। वहां से पूछताछ केंद्र पर कई बार फोन मिलाया। लेकिन उधर से जवाब नहीं आया। दस मिनट के बाद फोन उठा। महिला कर्मचारी ने फोन उठाया। स्टेशन अधीक्षक मिश्र ने नाराजगी जताते हुए पूछा कि फोन क्यों नहीं उठ रहा है तो उधर से आवाज आई साहब पूछताछ केंद्र पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। इस पर उन्होंने तत्काल तैनात कर्मचारी का रजिस्टर लेकर आने की बात कही। इसके बाद पूछताछ केंद्र पर कर्मचारी शिवनाथ पांडेय को तैनात किया गया। परेशान यात्रियों ने राहत की सांस ली।
ट्रेन के इंतजार में रात से बैठे रहे यात्री
गोंडा : बहराइच जिले के ननकऊ रात आठ बजे ही गोंडा रेलवे जंक्शन पर आ गए थे। उसे छपरा मुंबई ट्रेन से जाना था। लेकिन उसे क्या पता कि गोरखपुर के पास ट्रेन हादसा हो गया है, ट्रेन बिलंब से आएगी। ननकऊ ने बताया कि वह रास्ते के लिए खाना साथ लेकर आया था, लेकिन उसका खाना यहीं पर खत्म हो गया। धीरज निवासी श्रावस्ती ने बताया कि उसका बरौनी ग्वालियर ट्रेन में वातानुकूलित कक्ष में सीट आरक्षित करवाई थी। उसे अपनी मां को लेकर साथ जाना था। लेकिन ट्रेन नहीं आई। इससे वह प्रतीक्षालय में बैठकर ट्रेन आने का इंतजार कर रहा है। रामसरन निवासी बलरामपुर ने बताया कि वह परिवार समेत अवध आसाम एक्सप्रेस से भटिंडा जाना था। लेकिन पता चला कि ट्रेन का समय अनिश्चित हो गया है। उसका आरक्षण था। अब वह ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंच सकेगा। दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि उसका न्यू जलपाईगुड़ी ट्रेन में सीट आरक्षित थी। लेकिन ट्रेन आने का समय अनिश्चित हो गया है। इससे अब उसे अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ेगी।
ये ट्रेनें रहीं लेट
-न्यू जलपाईगुड़ी अनिश्चित
-अवध आसाम एक्सप्रेस अनिश्चित
-छपरा मुंबई 12 घंटे बिलंब
-बरौनी ग्वालियर ट्रेन सात घंटे
-जननायक तीन घंटे
-डिबू्रगढ चंडीगढ़ ट्रेन 14 घंटे
मम्मी घर कब पहुंचेंगे
गोंडा : ट्रेनों के विलंब होने का असर महिलाओं व बच्चों पर दिखा। महिलाएं व बच्चे जमीन पर पेपर बिछा कर लेटे हुए थे। बच्चे अपनी मम्मी से सवाल कर रहे थे कि हम घर कब पहुंचेंगे। मम्मी बच्चों को दिलासा दे रही थी कि ट्रेन आ रही होगी। गोद में लेकर अपने बच्चों को लेकर बैठी महिलाएं उदास बैठी ट्रेन का इंतजार कर रही थी।
हेल्प लाइन नंबर खोला
गोंडा : स्टेशन अधीक्षक एएन मिश्र ने बताया कि पूछताछ केंद्र पर तैनात कर्मचारियों के बिना बताए गायब रहने के मामले में कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। उन्होंने बताया कि आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों के चलने में बिलंब हुआ है। दुर्घटना के बारे में यात्रियों की जानकारी के लिए 05262-222330 हेल्प लाइन नंबर शुरू कर दिया गया है। ट्रेनों के बिलंब से चलने से यात्रियों को दिक्कतें हुई है। उन्होंने कहा कि बहुत से यात्री इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेन से लखनऊ निकल गए। बरौनी लखनऊ ट्रेन निरस्त रही।