गन्ना किसानों को मिलेगा कर्जमाफी का टॉनिक
गोंडा : फसली ऋण माफी के बाद अब गन्ना किसानों को भी राहत देने की कवायद शुरू हो गई है। गन्ना समितियों
गोंडा : फसली ऋण माफी के बाद अब गन्ना किसानों को भी राहत देने की कवायद शुरू हो गई है। गन्ना समितियों व सहकारी बैंक का कर्ज न चुकाने वाले किसानों को लाभ दिया जा सकता है। 6185 किसानों के 1.95 करोड़ रुपये माफ करने के लिए प्रस्ताव गन्ना आयुक्त को भेजा गया है। ये फैसला शासन स्तर पर हुई बैठक के बाद लिया गया है। गन्ना विभाग सहकारी बैंक व समितियों के माध्यम से किसानों को खेती के लिए ऋण उपलब्ध कराता था। दो दशक पूर्व किसानों ने सहकारी बैंक के साथ ही समितियों से कर्ज लिया था। गरीबी के चलते किसान अपने ऋण की अदायगी नहीं कर सके। कर्ज की धनराशि कम होने के बावजूद ब्याज को बोझ वक्त के साथ बढ़ता चला गया। इसके बाद जिले का सहकारी बैंक भी घाटे में होने के कारण बंद हो गया। जिले के 6185 किसानों पर 1.95 करोड़ रुपए की बकायेदारी है। जिसमें से एक लाख रुपये से कम बकाए वाले 6174 व एक लाख रुपए से अधिक वाले 11 किसान शामिल हैं। सबसे ज्यादा कर्जदान सहकारी गन्ना समिति नवाबगंज के हैं। हाल ही में शासन स्तर पर हुई बैठक में गन्ना किसानों के बैंक कर्ज माफ करने वाले कर्जमाफी में शामिल करने को लेकर फैसला किया गया था। शासन ने सभी जिलों के अधिकारियों से बकाएदारी को लेकर प्रस्ताव मांगे थे। डीएम जेबी ¨सह ने बुधवार को प्रस्ताव गन्ना आयुक्त को भेजा है। जिसमें किसानों के एक लाख रुपये का कर्ज माफ करने की संस्तुति की गई है।
कहां कितने किसानों को मिलेगा लाभ
गन्ना समिति किसान धनराशि
गोंडा 1465 4077812
कर्नलगंज 506 5968094
नवाबगंज 3995 5637402
मनकापुर 219 3820187
नोट : धनराशि रुपये में है।
गन्ना किसानों के कर्ज को लेकर शासन ने प्रस्ताव मांगा था। जिले में 6185 किसानों पर 1.95 करोड़ रुपए की बकाएदारी है। एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
-पीएन ¨सह, जिला गन्ना अधिकारी गोंडा