सड़कों के गड्ढे बयां कर उपेक्षा का हाल
गोंडा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 जून तक सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का निर्णय लिया था। सभी अध
गोंडा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 जून तक सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का निर्णय लिया था। सभी अधिकारियों को इस पर काम करने के निर्देश भी दिए। इसके बावजूद भी कुछ सड़कों के दिन नहीं बहुरे।
करीब एक दशक पूर्व बाबागंज चौराहे से मनिहारी गांव तक पांच किलोमीटर बांध के ऊपर काली सड़क का निर्माण हुआ था। तब से आज तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। मार्ग पर गड्ढों की गिनती नहीं है। दोनों तरफ नरकुल की झाड़ियां लगी है। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। सरकार के फरमान के बाद विभाग की नींद भी खुली थी, जिस पर हल्का-फुल्का निर्माण कार्य शुरू भी हुआ लेकिन बरसात का मौसम होने की वजह से कार्य में तेजी नहीं आ सकी। जिससे इस मार्ग के गड्ढे अभी तक नहीं भर सके। इसी मार्ग से एक सड़क ग्राम कुतुबपुर होते हुए कचनापुर तक गई है। इसका भी निर्माण करीब 10 वर्ष पूर्व हुआ था। यह मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। इतने दिन में इसकी मरम्मत नहीं कराई जा सकी है। विभाग के जिम्मेदार लोग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इनसेट
-ग्राम शिवलाल पुरवा निवासी संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए तहसील मुख्यालय तक पहुंचने का मुख्य मार्ग यही है। निर्माण के बाद से आज तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। अब कार्य प्रारंभ हुआ है। अमित कुमार दूबे ने कहा कि समय रहते सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया तो बरसात में सड़क कैसे बनेगी। यदि बन भी गई तो मजबूती नहीं जाएगी। कुछ ही दिन में सड़क उजड़ने लगेगी। ग्राम कुतुबपुर निवासी ¨रकू ¨सह कहते हैं कि बांध पर बनी सड़क से कुतुबपुर होते हुए कचनापुर तक जाने वाला मार्ग का निर्माण 10 वर्ष पूर्व कराया गया था तब से आज तक इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई है। शेखर ¨सह का कहना है कि कचनापुर जाने वाला मार्ग पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुका है। आशा थी कि शायद यह मार्ग भी बन जाय लेकिन बताया जाता है कि यह मार्ग इस योजना के तहत नहीं आता है।
जिम्मेदार के बोल
-सड़क की मरम्मत को लेकर दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। संबंधित क्षेत्र के अभियंता से रिपोर्ट मांगी जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
-एससी वर्मा, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोनिवि