कर्मियों की तैनाती हो तो मिटे गंदगी
गोंडा: स्वच्छता की रैं¨कग में पिछड़ने के बाद भी शहर की सूरत सुधर नहीं रही है। शहर के वार्डों में कर्म
गोंडा: स्वच्छता की रैं¨कग में पिछड़ने के बाद भी शहर की सूरत सुधर नहीं रही है। शहर के वार्डों में कर्मियों की कमी एक बड़ी दिक्कत है। जिसके कारण स्वच्छता में दिक्कतें आ रही हैं। हालांकि जिम्मेदार कहते हैं कि उच्चाधिकारियों को स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
शहर में कुल 27 वार्ड है। यहां पर करीब डेढ़ लाख की आबादी रह रही है। नगर पालिका में सफाई कर्मियों के नियमित पदों की संख्या 216 है। इसके सापेक्ष 204 की तैनाती है। इससे इतर करीब 166 संविदा पर कर्मी हैं। सभासद संघ के अध्यक्ष शाहिद अली कुरैशी व महासचिव शेष चौरसिया की मानें तो शहर के अधिकांश वार्डों में सफाई कर्मियों के काफी पद रिक्त हैं। जिससे सफाई व्यवस्था के संचालन में समस्या आ रही है। अधिकारियों की मानें तो दस हजार की आबादी के हिसाब से कर्मियों की तैनाती होनी चाहिए। आंकड़ों के मुताबिक शहर में करीब सवा पांच सौ कर्मी होने चाहिए। सफाई कर्मियों की तैनाती होने से स्वच्छता की स्थिति काफी बेहतर बनेगी। इसके साथ ही शहर के अधिकांश वार्डों में गंदगी की भरमार है। यहां पर न तो कूड़ा अड्डा है, न ही डस्टबिन। जिससे कूड़ा निस्तारण में काफी समस्या आ रही है।
इनसेट
जागरण विचार
शुरू हो प्रयास
शहर को साफ सुथरा रखने के लिए मिलकर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए वार्ड की आबादी के हिसाब से सफाई कर्मियों की तैनाती की जानी चाहिए। सफाई कर्मियों की समस्याओं का भी समाधान करना चाहिए। जिससे शहर की सफाई व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा सकता है।
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पब्लिक बोल
हर वार्ड में हों पर्याप्त कर्मी
शहर की स्वच्छता के लिए आवश्यक है कि हर वार्ड में आबादी के हिसाब से कर्मियों की तैनाती की जाय। जिससे स्वच्छता की स्थिति को बेहतर बनाया जाय। सफाई कर्मियों के कार्यों की मानीट¨रग के लिए वार्ड सभासद को जिम्मेदारी सौंपी जाय।
- एसएम त्रिपाठी, स्थानीय नागरिक
लोगों को करें जागरूक
शहर को गंदगी से मुक्त करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाय। उन्हें स्वच्छता के फायदों की जानकारी दी जाय। वार्ड में एक जागरूकता समिति का गठन हो, जिसके माध्यम से लोगों को स्वच्छता संबंधी मुद्दों के प्रति जिम्मेदार बनाया जाय।
- एसपी त्रिपाठी, स्थानीय नागरिक
हर वार्ड में हो डस्टबिन
आज शहर के कई वार्ड ऐसे हैं, जहां पर अभी तक डस्टबिन का प्रबंध नहीं है। जिसके कारण लोगों को घरों से निकलने वाले कूड़े को इधर-उधर फेंकना पड़ रहा है। इसके लिए वार्ड में डस्टबिन हो, जिससे लोग उसका उपयोग कर सके।
- केके श्रीवास्तव, स्थानीय नागरिक
हर कोई समझे जिम्मेदारी
स्वच्छता की जिम्मेदारी किसी एक की नहीं है बल्कि हर शहरी की है। ऐसे में आम लोगों को भी स्वच्छता के लिए पहल करनी होगी। घरों व दुकानों से निकलने वाले कूड़े को एक जगह एकत्र करके उसे फेंकना होगा, जिससे दिक्कतें दूर हो सकें।
- आबिद हुसैन, स्थानीय नागरिक
जिम्मेदार के बोल
यह बात सही है कि सफाई कर्मियों के पद खाली हैं, जिसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई है। साथ ही आम लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है। कूड़ेदान रखवाए गए हैं, उसमें कूड़ा डालने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
- बलवीर ¨सह यादव, ईओ, नगर पालिका परिषद