कब चेतेंगे हम, व्यवस्था बेदम
गोंडा: बुधवार की सुबह 9.30 बजे का वक्त है। जिला पंचायत सभागार के एक साइड में कूड़ा करकट बिखरा हुआ है।
गोंडा: बुधवार की सुबह 9.30 बजे का वक्त है। जिला पंचायत सभागार के एक साइड में कूड़ा करकट बिखरा हुआ है। जिससे होकर लोग आ जा रहे हैं। सामने की साइड में एकत्र कूड़ा जल रहा था। यह तस्वीर किसी एक जगह की नहीं है बल्कि शहर के कई हिस्सों में यही हो रहा है। लोग पहले कूड़ा फेंकते हैं, बाद में उसे जला देते हैं। यह तब है जब कूड़ा जलाने पर पाबंदी है। इसके बाद भी स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।
शहर के 27 वार्डों में डेढ़ लाख की आबादी रह रही है। शहरी इलाकों में स्वच्छता को लेकर वैसे तो कई दावे किए गए लेकिन एक भी धरातल पर नहीं दिख रहा है। न ही आम लोगों को मास्टर प्लान के बारे में कोई जानकारी है, न ही उन्हें यह पता है कि उनके वार्ड में कौन सफाई कर्मी कार्यरत है। यहां तक कि वार्ड सभासद तक समस्याओं का हवाला देकर कन्नी काट ले रहे हैं। और तो और जिला अस्पताल परिसर में भी गंदगी का कूड़ा बिखरा हुआ है, जिसके कारण यहां पर तीमारदारों को काफी परेशानी हो रही है। अधिकारियों की मानें तो कई बार पालिका को लिखा गया लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं है। यही हाल जिला महिला अस्पताल का भी है। गोंडा सदर के पूर्व विधायक तुलसीदास राय चंदानी ने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी शहर में स्वच्छता का हाल बेहाल है। जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है। शहर में अमानक तरीके से बनी नालियां चोक हो चुकी है। हल्की सी बारिश में ही शहर तालाब हो जाता है। उन्होंने शहर में विकास के नाम पर खर्च किए गए करोड़ों रुपये की जांच कराने की मांग की है।
मजबूत हो इच्छाशक्ति
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए तंत्र को मजबूत इरादे के साथ काम करना होगा। उसे बगैर किसी भेदभाव के समान तरीके से कार्य करना होगा। नालियों को अतिक्रमण से खाली कराना होगा, जिससे जल निकासी की दिक्कत दूर हो। इसके साथ ही आम नागरिकों को भी जागरूक किया जाय कि वह गंदगी को इधर-उधर न फेंके। इसके लिए कूड़ेदान का इंतजाम किया जाए।
पब्लिक बोल
नए सिरे से हो प्रबंध
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए बेहतर तरीके से प्ला¨नग करनी चाहिए। हर मोहल्ले में एक स्वच्छता कमेटी बनाई जाय, जिसके माध्यम से स्वच्छता को लेकर आवश्यकताओं को खोजा जाय। इसके बाद उसके आधार पर प्ला¨नग किया जाए।
- इंद्र बहादुर
खुद हों जागरूक
स्वच्छ व सुंदर गोंडा का सपना तभी साकार हो सकता है जब हर कोई जागरूक हो। मसलन, खुले में कहीं भी गंदगी न फैलाएं, उसे उपयुक्त स्थल पर ही डालें। जिससे मोहल्ले को साफ रखा जा सके। साथ ही मोहल्ले में जागरूक समिति का गठन किया जाय।
- ज्योति
कर्मियों की हो तैनाती
सबसे पहले प्रशासन को चाहिए कि वह हर वार्ड की आवश्यकता के हिसाब से कर्मियों की तैनाती करें। जिससे हर मोहल्ले की नियमित तौर पर सफाई हो सके। कूड़ा का निस्तारण किया जाय। साथ ही हरेक ¨बदु पर लोगों को सचेत किया जाय।
- माधवराज ¨सह
वार्ड सभासद को बनाएं जिम्मेदार
हर वार्ड के सभासद को स्वच्छता के साथ ही विकास कार्य के लिए जिम्मेदार बनाया जाय। उसकी मानीट¨रग में ही स्वच्छता का कार्य कराया जाय। सप्ताह में कम से कम एक दिन श्रमदान अवश्य किया जाए। इसमें हर किसी की सहभागिता हो।
- सोनू उपाध्याय
जिम्मेदार के बोल
शहर को साफ सुथरा रखने के लिए तैयार किए गए प्लान के आधार पर कार्य किया जा रहा है। पूरे शहर को सात जोन में बांटा गया है। उसकी निगरानी की जा रही है। नालों की सफाई के लिए विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है।
- बलवीर ¨सह यादव, ईओ नगर पालिका परिषद