जनता दर्शन ! डीडीओ पास, बाकी सब फेल
गोंडा : समय-9.15 बजे। स्थान-विकास भवन। यहां भूतल पर सीडीओ कार्यालय का ताला खुला हुआ था। अंदर कुर्सी
गोंडा : समय-9.15 बजे। स्थान-विकास भवन। यहां भूतल पर सीडीओ कार्यालय का ताला खुला हुआ था। अंदर कुर्सी खाली थी। जानकारी करने पर कर्मचारियों ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर तैयारियों का जायजा लेने गई हैं। यहां जिला विकास अधिकारी अनिल कुमार अपने कार्यालय में बैठे फरियादियों का इंतजार करते दिखे। यहां कोई फरियादी मौजूद नहीं थी। सोशल ऑडिट कक्ष में भी कर्मचारियों की कुर्सियां खाली पड़ी हुई थीं। भूतल पर ही उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, परियोजना निदेशक डीआरडीए व सहायक अभियंता डीआरडीए की कुर्सी खाली पड़ी हुई थी। कौशल विकास मिशन के दफ्तर का ताला तक नहीं खुल सका था। डीआरडीए में ही लेखाकार व पटल सहायकों के दरवाजे बंद थे। जिला विकलांग कल्याण अधिकारी के दफ्तर का ताला तो खुला था लेकिन कुर्सी खाली थी। वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी के कार्यालय में भी ताला लटकता दिखा। करीब 9.35 बजे परियोजना निदेशक डीआरडीए वीरपाल विकास भवन पहुंचे। वह सीडीओ के कार्यालय में बैठकर फरियादियों का इंतजार करते रहे लेकिन कोई फरियादी 11 बजे तक नहीं आया।
हाईकोर्ट के निर्देश पर तेलियानी कानूनगो गांव की जांच के लिए मैं सुबह आठ बजे ही निकल आया था। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई थी।
-अशोक कुमार मौर्य, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार
ओडीएफ के तहत चयनित झंझरी ब्लॉक के चकसड़ गांव में मैं सुबह गया हुआ था। जिसके कारण जनता दर्शन के समय कार्यालय में नहीं बैठ सका।
-बीडी वर्मा, जिला विकलांग जन विकास अधिकारी
मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर विकास भवन में सफाई व्यवस्था के निरीक्षण की जिम्मेदारी सीडीओ ने सौंपी थी। जिसकी तैयारी में थोड़ा लेट हो गया। इसके बाद कार्यालय में बैठकर कार्य निपटाए गए। कुछ कर्मचारी समय से नहीं आए थे, जिन्हें आदत सुधारने की चेतावनी दी गई है।
-वीरपाल, परियोजना निदेशक डीआरडीए गोंडा