अवकाश में बच्चों को हुनरमंद बना रही शिक्षिका
गोंडा: 21 मई से स्कूल में छुट्टी हो चुकी है। अध्यापक व छात्र घर में आनंद ले रहे हैं लेकिन छुट्टी में
गोंडा: 21 मई से स्कूल में छुट्टी हो चुकी है। अध्यापक व छात्र घर में आनंद ले रहे हैं लेकिन छुट्टी में भी पूर्व माध्यमिक विद्यालय हारीपुर में तैनात शिक्षिका डॉ. उमा ¨सह शिविर लगाकर बच्चों को हुनरमंद बना रही हैं। स्कूल में छात्राओं को सिलाई- कढ़ाई से लेकर लोक गीतों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डांस की क्लास लगाई जा रही है। इन्हें सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने की कवायद चल रही है।
परिषदीय स्कूलों का नाम आते ही लोगों में नकारात्मक विचार आ जाते हैं। यहां शिक्षण कार्य के दौरान अध्यापक नहीं मिलते हैं। छुट्टी का इंतजार होता है। ठंडे इलाकों में घूमने का प्लान बनाया जाता है लेकिन उमा ¨सह लोगों की सोच को बदल रही हैं। छुट्टी में स्कूल का संचालन कर रही है। तीन-तीन दिन का शिविर लगाकर छात्र-छात्राओं को प्रश्नोत्तरी, नाट्य मंचन, लोक गीत गायन व ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दे रही हैं। ताकि पाठ्यक्रमों के साथ दूसरे विषयों के प्रति बच्चों को जानकारी दी जा सके। अध्यापिका उमा कहती हैं कि हमें बच्चों को पढ़ाने व हुनरमंद बनाने के लिए नियुक्त किया गया है। वही कार्य कर रही हूं। अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जो आ जाते हैं। उन्हें सास्कृतिक गतिविधियों से अवगत कराया जा रहा है। बीच-बीच छात्रों के घर में कार्यक्रम पढ़ जाता है। इसलिए तीन-तीन दिन का कैंप लगाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
अच्छी पहल
-सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक एमपी ¨सह ने बताया कि झंझरी के उच्च प्राथमिक विद्यालय हारीपुर की अध्यापिका ने अच्छी पहल शुरू की है। दूसरे अध्यापकों को इससे सीख लेकर अपने स्कूलों में शिविर लगाना चाहिए।