पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना में 16 लाख का गोलमाल
गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग के पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना में 16 लाख रुपये के गोलमाल का मामला सामने आय
गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग के पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना में 16 लाख रुपये के गोलमाल का मामला सामने आया है। ये धनराशि 100 स्कूलों को शिक्षण सामग्री खरीदने के लिए आवंटित की गई थी लेकिन सत्र बीतने के बाद भी सामग्री खरीद नहीं की गई। देवी पाटन मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक एमपी ¨सह के निरीक्षण में सच्चाई सामने आने के बाद अधिकारी अब उपभोग प्रमाण पत्र की मांग कर रहे हैं।
पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना के तहत अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक, शहरी पिछड़े बच्चों व बालिकाओं को नवाचार के माध्यम से पढ़ाना था। इसके लिए शिक्षा सत्र 2016-17 में 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों समेत 100 प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया था। ¨हदी भाषा, गणित की पुस्तकों को खरीदने के लिए छह हजार, सामग्रियों को सुरक्षित रखने के लिए अलमारी की खरीद करनी थी। इसके लिए आठ हजार रुपये की धनराशि आवंटित की गई थी। इसके साथ ही स्टेशनरी, रि¨डग कार्नर, कविता कार्नर की खरीद के लिए 2619 रुपये प्रति स्कूल दिए गए थे। फरवरी में ही विद्यालयों को धनराशि जारी कर दी गई। सामग्री खरीद का दावा करते हुए अफसरों ने रिपोर्ट भी भेज दी। 17 मई को एडी बेसिक ने योजना के तहत चयनित 10 स्कूलों का निरीक्षण किया तो यहां सामग्री ही नहीं मिली। इसको लेकर उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट तलब किया है।
नहीं मिली सामग्री
-10 विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। यहां पढ़े भारत, बढ़े भारत योजना के तहत खरीदी गई सामग्री नहीं मिली। इससे स्पष्ट होता है कि योजना सही तरीके से नहीं चल रही है। बीएसए से रिपोर्ट तलब की गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-एमपी ¨सह, सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक देवीपाटन मंडल