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परिसंपत्तियों की समय से करें जीआइएस मै¨पग

गोंडा : परिसंपत्तियों की जीआइएस मै¨पग का कार्य समय से पूरा किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाह

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 11:07 PM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 11:07 PM (IST)
परिसंपत्तियों की समय से करें जीआइएस मै¨पग
परिसंपत्तियों की समय से करें जीआइएस मै¨पग

गोंडा : परिसंपत्तियों की जीआइएस मै¨पग का कार्य समय से पूरा किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। यह हिदायत मंगलवार को आयोजित मोबाइल बेस्ड एसेट मै¨पग के तहत स्पेशल इन्यूमेटर के रूप में चयनित कर्मचारियों की कार्यशाला में डीएम जेबी ¨सह ने दी। उन्होंने कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं के भौगोलिक परिक्षेत्र में भौतिक रूप से उपलब्ध संपत्तियों का ब्योरा ऑनलाइन किया जाना है। ऐसे में इसकी नियमित मॉनीट¨रग कराई जाय। मुख्य विकास अधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि ये कार्य एक निश्चित अवधि में पूरा किया जाना है, इसके लिए जिले स्तर पर मॉनीट¨रग की जाए। कर्मचारियों को गांव आवंटित करके प्रतिदिन रिपोर्ट मंगाई जाए। उन्होंने कहा कि हर कार्य एक तय सीमा में पूरा किया जाए। यदि कहीं भी दिक्कत हो तो बिना किसी संकोच जानकारी दी जाए। डीपीआरओ घनश्याम सागर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा अचल संपत्तियों की मै¨पग के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है। इस मोबाइल एप्लीकेशन के एम-एसेट पर बेस एसेट मै¨पग से पहले पंचायतों को नेशनल एसेट डायरेक्टरी सॉफ्टवेयर पर अचल संपत्तियों के आंकड़े भरना अनिवार्य होगा। डीपीएम ऋषिकेश मिश्र ने कर्मचारियों को नेशनल एसेड डायरेक्टरी के बारे में जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर जयलाल शर्मा व राम प्रताप शुक्ल ने कर्मचारियों को जीआइएस मै¨पग के बारे में प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में डीडीओ अनिल कुमार, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार अशोक कुमार मौर्य, डीपीसी अभय प्रताप ¨सह रमन, ¨पकी श्रीवास्तव, सिकंदर जुल्करनैन, अरुण शैलेंद्र ¨सह यादव, कल्पनाथ तिवारी, बृजेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।


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