लापरवाही के दायरे में 40 अस्पताल, बताएंगे हाल
गोंडा: गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान आपरेशन के समय खून की कमी से न जूझना पड़े, इसके लिए राष्ट्रीय
गोंडा: गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान आपरेशन के समय खून की कमी से न जूझना पड़े, इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से देवीपाटन मंडल के गोंडा, श्रावस्ती सहित 34 जिलों के 40 अस्पतालों में ब्लड स्टोरेज सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया था। इसके लिए उपकरण उपलब्ध कराने के बाद अफसर भूल गए। यहां तक कि किसी भी अस्पताल ने अभी तक लाइसेंस के लिए आवेदन तक नहीं किया है।
मातृ मृत्युदर में कमी लाने व सुदूर क्षेत्रों में रक्त की उपलब्धता समय से सुनिश्चित कराने के लिए फर्स्ट रेफरल यूनिट पर ब्लड स्टोरेज सेंटर स्थापित करने के लिए पिछले वर्ष स्वीकृति प्रदान की थी। इसके पीछे का मकसद था कि गर्भवती महिलाओं को समय से खून उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए ब्लड स्टोरेज रेफ्रिजरेटर उपलब्ध कराए गए थे, बावजूद इसके संचालन के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन में अभी तक आवेदन नहीं किया गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए मिशन निदेशक आलोक कुमार ने संबंधित अस्पतालों के अधीक्षकों व औषधि निरीक्षकों को लखनऊ बुलाया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक अमरनाथ ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि संबंधित को अवगत करा दिया गया है।
इन अस्पतालों में खुलनी थी यूनिट
- गोंडा के कर्नलगंज, अंबेडकरनगर के टांडा, बाराबंकी के हैदरगढ़, फैजाबाद के रूदौली, हरदोई के संडीला, खीरी के पलिया, सीतापुर के सिधौली, श्रावस्ती के इकौना, सुल्तानपुर के जगदीशपुर, उन्नाव के नवाबगंज, लखनऊ के मोहनलालगंज, रानी झलकारी बाई चिकित्सालय, अवंतीबाई चिकित्सालय, आजमगढ़ के फूलपुर, बदायूं के उज्जैनी, बागपत के बरौत, बरेली के बहेरी, फरीदपुर, बुलंदशहर के सिकंदराबाद, चंदौली के चकिया, फर्रुखाबाद के कायमगंज, फिरोजाबाद के जसराना व टुंडला, जीबी नगर के दादरी, हापुड़, गाजियाबाद के गढ़, गाजीपुर के सैदपुर, गोरखपुर के सहजनवा, कौशांबी के सराय अकील, कुशीनगर के कसया, मेरठ के मवाना, दौराला, मुरादाबाद के संभल, मुजफ्फरनगर के शामली, पीलीभीत के बीसलपुर, सहारनपुर के देवबंद, संतकबीरनगर के खलीलाबाद, सिद्धार्थनगर के उसका बाजार, साोनभद्र के चेपन व मेओरपुर।
उप महाप्रबंधक ब्लड सेल ने संबंधित अस्पताल के अधीक्षक व औषधि निरीक्षक को लखनऊ बुलाया गया है। जिसमें रक्त संग्रहण केंद्रों को क्रियाशील करने के संबंध में आवेदन की योजना के बारे में चर्चा की जाएगी। इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
- डॉ. उमेश ¨सह यादव, सीएमओ गोंडा