बायोमीट्रिक हाजिरी, कैमरे की निगरानी में पढ़ेंगे छात्र
गोंडा: माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कॉलेजों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी। विद्यालय आने पर
गोंडा: माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कॉलेजों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी। विद्यालय आने पर अध्यापक इसपर उंगली लगाएंगे। उसके बाद उनकी हाजिरी मानी जाएगी। इसके अलावा छात्रों को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पढ़ाया जाएगा। इसे आकस्मिक व्यय मद से लगाया जाएगा। निदेशक माध्यमिक शिक्षा अमर नाथ वर्मा ने 30 अप्रैल तक मशीन व कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जिले में 23 राजकीय व 60 एडेड कॉलेजों का संचालन किया जा रहा है। यहां करीब पचास हजार छात्र पढ़ते हैं लेकिन अध्यापकों की समय से उपस्थिति नहीं होती। जिससे छात्रों का कोर्स नहीं पूरा हो पाता है। शिक्षक नियम के विपरीत प्रधानाचार्यों को खुश करके छुट्टी भी खूब लेते हैं लेकिन विभाग को इसकी जानकारी नहीं हो पाती है। इसको लेकर शासन ने नाराजगी जताई तथा पुरानी कार्यप्रणाली बदलने का आदेश दिया था। जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग के इस ओर कदम बढ़ा लिया है। निदेशक ने कॉलेजो में शिक्षण कार्य कर रहे अध्यापकों की उपस्थिति के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगाने को कहा है। इसके अलावा क्लास रूम में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है या नहीं इसके लिए कक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे शिक्षण कार्य के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही न हो सके। विभाग द्वारा निर्देश मिलने के बाद डीआइओएस राम खेलावन वर्मा ने कॉलेजों को मशीन व कैमरे की स्थापना करने का निर्देश दिया है।
पहले मशीन की री¨डग, फिर तय होगा वेतन
-बायोमीट्रिक मशीनों की स्थापना के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा इसकी रि¨डग कराई जाएगी। उसमें दर्ज उपस्थिति के हिसाब ही अध्यापकों व अन्य कर्मचारियों का वेतन लगाया जाएगा। इसमें समय से विद्यालय न आने वाले अध्यापकों का वेतन काटा जाएगा। प्रधानाध्यापक से छुट्टी लेकर स्कूल न आने की दशा में प्रधानाचार्य या शिक्षक को डीआइओएस कार्यालय आकर उसका कारण स्पष्ट करना पड़ेगा। जिसके बाद ही वेतन मिलेगा।
बोले जिम्मेदार-जिला विद्यालय निरीक्षक राम खेलावन वर्मा ने बताया कि कॉलेजों में बायोमीट्रिक उपस्थिति होगी तथा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए निर्देश मिला है। कार्रवाई की जा रही है। प्रधानाचार्यो को इसे लगाने का निर्देश दिया गया है। इसकी री¨डग के हिसाब से ही वेतन निर्धारित होगा।