कैमरे की खोज में उलझे अफसर
गोंडा: विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। आचार संहिता के उल
गोंडा: विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। आचार संहिता के उल्लंघन के लिए टीमें गठित कर दी गईं हैं लेकिन अभी तक तैयारियां अधर में फंसी हुई है। दरअसल, निर्वाचन महकमे को अभी तक वीडियोग्राफी के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं। जिससे अधिकारी पेशोपेश में फंसे हुए हैं।
पांचवें चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने हर विधानसभा में तीन-तीन उड़ाकादल गठित किए हैं। इसके साथ ही माइक्रो प्रेक्षकों की भी तैनाती की जा रही है। इन सभी के साथ वीडियो कैमरा व डिजिटल कैमरा लगाने की योजना है। इसके साथ ही बूथों पर मतदान के दौरान नजर रखने के लिए फोटोग्राफी के साथ ही वीडियोग्राफी कराई जानी है। बावजूद इसके अभी तक विभाग को ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए विभाग ने एक बार टेंडर आमंत्रित किया लेकिन किसी ने नहीं डाला। अब तक दोबारा टेंडर डालने की कार्रवाई की जा रही है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी गिरजेश ¨सह का कहना है कि दोबारा टेंडर कराया जा रहा है।
गोंडा से जाएंगी 30 बसें
- पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्वक कराने के लिए परिवहन निगम ने गोंडा से तीस बसों को लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए इन बसों का नंबर व अन्य विवरण मांगा गया है। क्षेत्रीय प्रबंधक जुनैद अंसारी ने परिवहन निगम के अधिकारियों से इस पर रिपोर्ट मांगी है। बसों के जाने के बाद यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी।
आज होगा रेंडमाइजेशन
- सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी में ईवीएम का प्रथम रेंड माइजेशन किया जाएगा। जिसमें नेताओं के साथ ही अन्य को बुलाया गया है। डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। इधर एसडीएम तरबगंज राम संजीवन मौर्य ने मतदान केंद्रों की संख्या का अब तक अंकन न होने पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी तरबगंज, बेलसर, नवाबगंज व वजीरगंज को दो दिन के भीतर सभी मतदान केंद्रों पर संख्या का अंकन करने का निर्देश दिया है। इसकी समीक्षा का भी निर्देश दिया गया है। लापरवाही पर कार्रवाई की बात कही गई है।