हेलो, सब ठीक है, चुनाव में कोई दिक्कत तो नहीं
गोंडा: हेलो, मैं निर्वाचन कंट्रोल रूम से बोल रहा हूं। आपके गांव में चुनाव का क्या माहौल है। कोई दिक्
गोंडा: हेलो, मैं निर्वाचन कंट्रोल रूम से बोल रहा हूं। आपके गांव में चुनाव का क्या माहौल है। कोई दिक्कत तो नहीं है। बूथ तक जाने का रास्ता ठीक है। बूथ पर मूलभूत सुविधाएं है या नहीं। बीएलओ ने वोटर पर्ची दे दी है या नहीं.. जी हां, अगर आपके फोन पर यह सवाल पूछे जाये तो इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है। दरअसल, प्रशासन ने इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर एक नई रणनीति तैयार की है। जिसके तहत जिला चुनाव प्रबंधन प्लान बनाया जा रहा है। इस प्लान में जिले से लेकर बूथ तक पूरा डाटा रहेगा। मसलन, वोटर, रास्ता, सुविधाओं के साथ ही हरेक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गांव के प्रतिष्ठित लोगों का भी विवरण रहेगा। जिससे आयोग से लेकर प्रशासन तक के अधिकारी चुनाव पर सीधी नजर रख सकेंगे।
जिले की सात विधानसभाओं के लिए पांचवें चरण में चुनाव कराए जायेंगे। इसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया 2 फरवरी से शुरू हो रही है। मतदान 27 फरवरी को कराया जायेगा। चुनाव को शांतिपूर्वक व निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए आयोग के निर्देश पर तैयार की जा रही कार्ययोजना को लेकर अधिकारी जुटे हुए हैं। इस प्लान में चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों के नाम व मोबाइल नंबर के साथ ही मतदान स्थल तक का विवरण रहेगा। प्लान में बूथ तक जाने का रास्ता, पेयजल, शौचालय व अन्य सुविधाओं की स्थिति के बारे में पूरी रिपोर्ट दर्ज होगी। साथ ही हर गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों का भी डाटा रहेगा। जिसमें ऐसे लोगों को शामिल किया जाएगा, जो किसी राजनैतिक दलों से ताल्लुक न रखते हो। ताकि अधिकारी इनसे संपर्क करके सही स्थिति की जानकारी कर सके। यह प्लान तैयार करने में अधिकारियों की टीम लगाई गई है।
हकीकत भी देखेंगे
- निर्वाचन आयोग ने इस बार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक नई व्यवस्था की है। जिसके तहत महाविद्यालयों में एनसीसी कैडेट व एनएसएस स्वयंसेवक गांवों में जाकर मतदाताओं को जागरूक करेंगे। साथ ही उन्हें मतदान का महत्व बताएंगे। इन्हें अधिकारियों के नंबर दिए जायेंगे। वह गांवों में जाकर यह भी देखेंगे कि कहीं पर आचार संहिता का उल्लंघन तो नहीं हो रहा है। अगर कहीं पर उन्हें इस तरह की गतिविधि दिखेगी तो वह अधिकारियों को सीधे वाट्सएप करेंगे। जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जिम्मेदार के बोल
- चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। हर गांवों पर नजर रखी जा रही है। मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों का नंबर एकत्र किया जा रहा है। जिसके माध्यम से उनसे संपर्क करके हाल जाना जाएगा।
- त्रिलोकी ¨सह, एडीएम गोंडा