लक्ष्य भारी, कैसे करें तैयारी
गोंडा :केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवाकर जीएसटी बिल पास कर दिया है। जिसके बाद पहले से जारी टिन नं
गोंडा :केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवाकर जीएसटी बिल पास कर दिया है। जिसके बाद पहले से जारी टिन नंबरों का जीएसटीएन में ट्रांसफर करना है। इसके लिए विभाग के अफसर जी तोड़ मेहनत करने की बात कह रहे हैं, लेकिन जनवरी के 13 दिन में एक चौथाई फर्मों को भी नहीं बदला जा सका है। ऐसे में चार दिनों में लक्ष्य हासिल करना विभाग के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
वाणिज्य कर विभाग में 7482 फर्में पंजीकृत हैं। इन्हें जीएसटीएन में बदलना है। इसके लिए विभाग के अफसरों ने चार दिन कैंप लगाया। तरबगंज, मनकापुर व नगर में दो स्थानों पर कैंप आयोजित किए गए। इसमें व्यापारियों को जीएसटीएन के विषय में बताया गया और उनका टिन नंबर बदला गया। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो जनवरी के 13 दिनों में केवल 14 सौ व्यवसायियों का ही पंजीयन बदला जा सका है। अब लक्ष्य हासिल करने के लिए चार दिन शेष बचे हैं। इसमें 6132 फर्मों का रजिस्ट्रेशन नंबर बदला जाना है, लेकिन अभी तक की कार्रवाई से विभागीय अफसर लक्ष्य से बहुत दूर हैं। अधिकारी इसकी प्रमुख वजह पंजीकरण बदलने में व्यापारियों को रूचि न लेना मान रहे हैं।
निरस्त हो जाएगा पंजीयन
- टिन नंबर का जीएसटीएन में बदलने की अंतिम तिथि 17 जनवरी निर्धारित की गई। इसी में फर्मो का रजिस्ट्रेशन नंबर बदला जाएगा। तिथि बीतने के बाद विभाग पुराने पंजीयन को निरस्त कर देगा। जिसे बाद व्यवसाय अवैध मान लिया जाएगा। इन्हें दोबारा से विभाग में नए स्तर से पंजीकरण कराना पड़ेगा।
डोर टू डोर जा रहे अधिकारी
-वाणिज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर संतोष कुमार ¨सह ने बताया कि टिन नंबर बदलने के लिए विभाग पूरी तरह लगा हुआ है। सभी अधिकारी डोर टू डोर जाकर पंजीकरण बदलने काम कर रहे हैं। 17 जनवरी तक जो अभिलेख नहीं देंगे। उनका पंजीयन निरस्त हो जाएगा।