माता-पिता की सेवा ही है सबसे बड़ा पुण्य
गोंडा: दरबारे आलिया मीनाईया में चल रहे तीन दिवसीय उर्स के पहले दिन हुजूर मोहम्मद साहब व गौसे आजम के
गोंडा: दरबारे आलिया मीनाईया में चल रहे तीन दिवसीय उर्स के पहले दिन हुजूर मोहम्मद साहब व गौसे आजम के मुंए मुबारक की जियारत कराई गई। बाद में जलसा ए ईद मिलादुन्नबी का भी आयोजन हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुफ्ती शमसुद्दीन ने कहा कि माता-पिता की सेवा ही सबसे बड़ा पुण्य है। माता-पिता को कभी दुख नहीं देना चाहिए। माता-पिता के पैरों के नीचे जन्नत है। मुफ्ती अमानुर्रब ने लोगों को नसीहत देते हुए नेक रास्ते पर चलने की सीख दी। मौलाना मुजक्किर खां व मौलाना मुकीम ने भी विचार व्यक्त किया। दरगाह के सज्जादा नशीन हजरत महबूब मीना शाह ने मदरसे से उत्तीर्ण 34 छात्रों को डिग्री प्रदान करके साफा बांधकर दुआएं दी। बाद में आयोजित कुलशरीफ की महफिल में जुटे लोगों ने शहर व देश की तरक्की के लिए दुआएं की। कार्यक्रम में नायब सज्जादा हजरत हसन सईद मीनाई, कारी निसर अहमद मीनाई, कारी अरशद, डॉ. लायक अली खां, वली मोहम्मद, राजेद्र मिश्रा, बीबी लाल, मो फिरोज सहित अन्य मौजूद थे।