आठ माह में टीकाकरण की उपलब्धि 49.91 फीसद
गोंडा: गर्भवती महिलाओं व बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण को लेकर विभाग गंभीर नही
गोंडा: गर्भवती महिलाओं व बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण को लेकर विभाग गंभीर नहीं है। मौजूदा वित्तीय सत्र को आठ माह पूरे हो चुके हैं, इसके बाद भी प्रगति काफी खराब है। समीक्षा में मामला पाए जाने के बाद सीएमओ ने सभी अधीक्षकों को पत्र जारी कर नाराजगी जताई है।
सीएमओ डॉ. राकेश अग्रवाल ने नवंबर माह में बीसीजी, पोलियो, मिजिल्स व जेई की बीमारियों से बच्चों व महिलाओं को बचाने के लिए चलाए गए टीकाकरण अभियान की समीक्षा की। जिसमें पाया गया कि आठ माह बीत चुके हैं, टीकाकरण लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धियां बहुत ही कम 49.91 फीसदी है, इसे अब तक 65 फीसदी तक होना चाहिए। कटराबाजार, हलधरमऊ, कर्नलगंज, परसपुर, मनकापुर, बेलसर व गोंडा अरबन की स्थिति जिला स्तर से काफी कम है। इस पर सीएमओ ने सीएचसी अधीक्षकों को लिखे पत्र में कहा है कि बार-बार निर्देश के बाद भी कार्यों में सुधार नहीं हो रहा है। इसको लेकर उदासीनता बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एसीएमओ को भी निर्देश दिया है कि वह अपने क्षेत्रों की गहन पड़ताल करके समीक्षा करें, उसके आधार पर कार्रवाई करें।
कहां की क्या है स्थिति
- काजदेवर में 53.06, पड़रीकृपाल में 51.97, रुपईडीह में 51.72, इटियाथोक में 50.32, मुजेहना में 53.37, कटराबाजार में 46.84, हलधरमऊ में 49.76, कर्नलगंज में 49.20, परसपुर में 41.14, तरबगंज में 56.56, बेलसर में 55.21, नवाबगंज में 55.67, वजीरगंज में 58.34, मनकापुर में 47.53, मसकनवां में 53.77, बभनजोत में 55.32 व गोंडा अरबन में 49.61 प्रतिशत।
रिपोर्ट में न मिले अंतर
- टीकाकरण की प्रगति रिपोर्ट व हेल्थ मैनेजमेंट इन्फारमेशन सिस्टम से होने वाली रिपोर्टों की फी¨डग में किसी भी तरह का अंतर न होने पाएं। इसके लिए सभी अधीक्षक रिपोर्ट पर नजर रखें। जिससे रिपोर्टिंग में किसी भी तरह का कोई अंतर न आने पावें। अगर रिपोर्ट में खामी मिली तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।