वीवीपैट बताएगा वोट सही पड़ा या नहीं
गोंडा: निर्वाचन आयोग ने भी मिशन 2017 की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आयोग ने ए
गोंडा: निर्वाचन आयोग ने भी मिशन 2017 की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आयोग ने एक नया प्रयोग करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत नई ईवीएम संग आई वीवीपैट मशीन की मदद से चुनाव होगा। इस मशीन की खासियत यह है कि वोट डालने के बाद वोटर को पता चल जाएगा कि उसने जिसको वोट दिया है, वह सही पड़ गया है नहीं। मशीन का बटन दबाने के बाद वोटर वेरीफाइड पेपर आडिट ट्रेल मशीन (वीवीपैट) पर बनी स्क्रीन पर एक पर्ची दिखेगी, जिससे यह सब पता चलेगा। इसे एक विधानसभा में प्रयोग किया जाना है। हालांकि अभी यह तय नहीं है, इसका प्रयोग किस विधानसभा में किया जाएगा।
जिले में सात विधानसभाएं हैं। आलेख प्रकाशन के समय जिले में कुल 22 लाख 95 हजार 96 मतदाता थे। हालांकि पुनरीक्षण अभियान के तहत नए मतदाताओं से आवेदन लिए गए हैं। जिन्हें मतदाता सूची में शामिल किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच विधानसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए तमिलनाडु से ईवीएम मशीनें आनी शुरू हो गई हैं। अब तक करीब तीन हजार से अधिक मशीनें जिले में आ गई हैं। इन मशीनों के साथ 446 वीवीपैट मशीन यहां पर पहुंची है। इसके साथ वो¨टग कराई जाएगी। प्रभारी सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी गिरजेश कुमार ¨सह ने बताया कि इस मशीन से जब मतदान के दिन वोटर अपने प्रत्याशी को वोट देने के लिए बटन दबाएगा तो बटन दबाने के साथ ही वीवीपैट मशीन से एक पर्ची निकलेगी, जिसमें वोटर द्वारा दबाए गए प्रत्याशी के ¨चह नंबर अंकित होगा। जिसको देखकर वोटर संतुष्ट हो सकेगा। हालांकि अभी तक यह तय नहीं है कि इस मशीन का उपयोग चुनाव के वक्त किस विधानसभा में किया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी त्रिलोकी ¨सह ने बताया कि मशीनें आ गई हैं, आयोग के निर्देश के अनुरूप उसका क्रियान्वयन किया जाएगा।
अब कम होगा विवाद
- चुनाव से जुड़े कर्मियों की मानें तो दरअसल पहले मतदाता वोट डालने के बाद मतदान कर्मियों से उलझ जाते थे कि मशीन का बटन सही नहीं दबा है। जिसको लेकर परेशानी होती थी। अब इस मशीन से इस प्रक्रिया में विवाद कम होगा। यह बात अलग है कि संबंधित विधानसभा में एक और कर्मी की नियुक्ति करनी पड़ेगी।