लोहिया गांवों में विद्युतीकरण पर गिरी बिजली
गोंडा: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल डा. राम मनोहर लोहिया समग्र गांव योजना में बिजली विभ
गोंडा: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल डा. राम मनोहर लोहिया समग्र गांव योजना में बिजली विभाग के अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। जिले में दो वित्तीय वर्षों में चयनित 74 गांवों में 50 गांवों में बिजली की रोशनी नहीं पहुंची है। जिससे सरकार की मंशा के बावजूद यहां के लोग अंधेरे में जीवन जीने को विवश है।
वर्ष 2015-16 व 2016-17 में 74 गांवों का चयन समग्र गांव योजना में किया गया है। शासन की इन गांवों के लोगों को बिजली, पानी, सड़क आदि मूल भूत सुविधाओं प्रदान करने की मंशा है लेकिन जिले में बिजली महकमा सरकार की इस प्राथमिकता को लेकर गंभीर नहीं हैं। यहां दो वर्षों से विद्युतीकरण बहुत धीमी गति से हो रहा है। 50 लोहिया गांवों में अब तक बिजली की रोशनी नहीं पहुंची है। जबकि इन गांवों में विकास कार्य करने के लिए लगाये गये दूसरे विभागों का काम खत्म होने पर है वहीं बिजली विभाग के अफसर विद्युतीकरण करने का ठेका देकर जिम्मेदारी से भाग रहे है। इनकी संस्थाएं धरातल पर कार्य करती नहीं दिख रही। गांव का समग्र योजना में चयन होने के बाद लोगों में बिजली की रोशनी पाने की आस जगी थी। जो अब पूरी होती नहीं दिख रही है। लोग अंधेरे में जी रहें हैं तो विभाग के अफसर मौन हैं। इसी का फायदा उठाते हुए कार्यदायी संस्थाएं काम को पूरा कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहीं हैं।
संस्थाओं पर होगी कार्यवाही
- मुख्य अभियंता हर्ष मुंशी का कहना है कि लोहिया योजना में चयनित गांवों में विद्युतीकरण करने के लिए लगी संस्थाओं को अक्टूबर तक कार्य पूर्ण करने को कहा गया है यदि इस अवधि में काम नहीं हुआ तो कार्यवाही की जाएगी।