धंसे एप्रोच के मरम्मत की शुरू हुई कवायद
गोंडा: पसका सरयू नदी के त्रिमुहानी घाट पर नवनिर्मित पक्का पुल के धंसे एप्रोच का दैनिक जागरण में खबर
गोंडा: पसका सरयू नदी के त्रिमुहानी घाट पर नवनिर्मित पक्का पुल के धंसे एप्रोच का दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद बोल्डर व मिट्टी डालकर मरम्मत कार्य शुरू हो गया है। इसके मरम्मत होने से माझा क्षेत्र के 25 हजार लोगों को राहत मिलेगी।
परसपुर क्षेत्र की पसका, चंदापुर किटौली, बहुअन मदार मांझा व नंदौर गांव व बाराबंकी जिले का बांसगाव की करीब 25 हजार की आबादी सरयू नदी के उस पार निवास करती है। इनके आवागमन में सरयू नदी बाधक बनी रहती थी। पसका में अस्थाई पीपा का पुल बनाया गया था, जिसे बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ते ही हटा दिया
जाता था और लोगों को नाव से नदी पार करना पड़ता था। जुलाई 2012 में सरयू नदी पसका के त्रिमुहानी घाट पर नाव हादसा होने के बाद माझा क्षेत्र के लोग नाव पर बैठने से कतराने लगे और लोग 10 किमी. दूर भौरीगंज में बने तुलसी सेतु से होकर आने जाने लगे। इनके आवागमन को सुलभ बनाने के लिए जनवरी 2014 में पसका
सरयू नदी त्रिमुहानी घाट पर पक्का पुल का निर्माण शुरू हुआ और मई 2015 में पुल बनकर तैयार हो गया। इस पुल का चुनावी लाभ लेने के चक्कर में अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ है। पुल का एप्रोच बरसात नहीं झेल पाया और उत्तर व दक्षिण दोनों सिरा धंधा गया और पुल पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया। दैनिक जागरण ने 26 सितंबर के अंक में उद्घाटन से पहले ही धंस गया एप्रोच मार्ग शीर्षक से सचित्र खबर प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होते ही पुल का मरम्मत कार्य शुरू हो गया है। गड्ढे में मिट्टी व बोल्डर गिरने लगे हैं। पुल के एप्रोच की मरम्मत हो जाने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।