गुस्से का इजहार, कानून दरकिनार
गोंडा : रुक-रुक, नीचे उतार..मारो इसे। वहां लोगों की भीड़ जुट गई। कानून को दरकिनार कर भीड़ टेंपो चालक क
गोंडा : रुक-रुक, नीचे उतार..मारो इसे। वहां लोगों की भीड़ जुट गई। कानून को दरकिनार कर भीड़ टेंपो चालक की धुनाई करने लगी। दुर्घटना में घायल हुई ननका के माथे से खून टपक रहा था, उसे अस्पताल पहुंचाने की फिक्र नहीं थी। रुक-रुक कर चालक की पिटाई होती रही, लेकिन ननका के खून देखकर भी वहां मौजूद लोग विचलित नहीं हुए। किसी ने एंबुलेंस को भी फोन करना मुनासिब नहीं समझा लेकिन कानून को हाथ में लेने में किसी में भय नहीं था। सवाल यह है कि आखिर लोगों का पुलिस व प्रशासन पर विश्वास क्यों नहीं रह गया, जो काम पुलिस का है। उसे लोग हाथों में लेने क्यों नहीं डर रहे हैं।
मंगलवार को देहात कोतवाली क्षेत्र के बखरवा निवासिनी ननका (30) अपने तीन वर्षीया बेटे व भाई के साथ साइकिल पर बैठकर जा रही थीं। रास्ते में नगर कोतवाली क्षेत्र के शहीदे आजम सरदार भगत ¨सह इंटर कॉलेज के सामने उसकी साइकिल में टेंपो ने ठोकर मार दी। साइकिल सवार तीनों जमीन पर गिर पड़े। ननका के दाहिने सिर की तरफ गंभीर चोटें आई और उसका सिर फट गया। तीन वर्षीया बेटा व भाई ननका को चिपककर रोने लगे। गोंडा-लखनऊ मुख्यमार्ग होने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई। देखते ही देखते भीड़ जुट गई। भीड़ ने टेंपो चालक को खींच लिया। उसकी पिटाई शुरू कर दी। करीब 25 मिनट अफरातफरी का माहौल रहा लेकिन किसी ने ननका को अस्पताल पहुंचाने के बारे में नहीं सोचा। उसके माथे से गिरते हुए खून को देखकर बेटा रोने-चिल्लाने लगा। कुछ लोगों के समझाने-बुझाने के बाद ननका को निजी अस्पताल पहुंचाया गया।