लेखपालों की कलमबंद हड़ताल, कामकाज ठप
गोंडा: वेतनमान बढ़ाने सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों ने कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है। जिससे क
गोंडा: वेतनमान बढ़ाने सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों ने कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है। जिससे कामकाज ठप हो गया है। ऑनलाइन प्रमाण पत्रों के लिए आवेदक तहसीलों का चक्कर लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर 23 अगस्त से 29 अगस्त तक कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को जिला पंचायत परिसर स्थित टीनशेड में आयोजित धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नंद कुमार ¨सह ने कहा कि लेखपाल अपने कार्य के साथ ही प्रशासन द्वारा सौंपे गए सभी कार्य करते हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। न तो वेतनमान में वृद्धि की गई और न ही एसीपी की विसंगतियों को दूर किया गया। जिलामंत्री राम बहादुर पांडेय ने कहा कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी करने के रिपोर्ट लगाने की जिम्मेदारी तो दे दी गई, लेकिन संसाधन नहीं दिए गए। पूर्व खंडीय मंत्री दयाशंकर श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर सात दिनों तक कलमबंद हड़ताल की जाएगी। लेखपाल आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र के आवेदनों में रिपोर्ट नहीं लगाएंगे। इसके अतिरिक्त तहसील दिवस व समाधान दिवस का भी बहिष्कार किया जाएगा। पदाधिकारियों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। हड़ताल के चलते कामकाज प्रभावित हुआ। धरने में करुणेश कुमार, योगेंद्र ¨सह, मस्तराम वर्मा, राजकिशोर श्रीवास्तव, रामप्रकाश पांडेय, पुजारी प्रसाद, रामसूरत वर्मा, वंशीलाल शर्मा, सत्यनरायन तिवारी, बाबूलाल, दरोगा साहब, वीरेंद्र कुमार अवस्थी, जीतेंद्र शुक्ला शामिल रहे।
लेखपाल संघ की प्रमुख मांगें-
-एसीपी में वेतन विसंगति दूर की जाए।
-लेखपालों का पद नाम उप राजस्व निरीक्षक किया जाए।
-शैक्षिक योग्यता स्नातक की जाए।
-लेखपाल का प्रारंभिक वेतनमान ग्रेड पे 5200-20200 किया जाए।
-पांच लेखपालों पर एक राजस्व निरीक्षक की तैनाती की जाए।
-ई डिस्ट्रिक का संचालन करने के लिए लेखपालों को लैपटॉप दिया जाए।