रुपईडीह ब्लॉक की जांच पूरी, अब बेलसर की बारी
गोंडा : बुधवार को सीबीआइ टीम ने रूपईडीह ब्लॉक के 15 कोटेदारों व 100 लाभार्थियों से अनाज वितरण के बा
गोंडा : बुधवार को सीबीआइ टीम ने रूपईडीह ब्लॉक के 15 कोटेदारों व 100 लाभार्थियों से अनाज वितरण के बारे में पूछताछ की। अधिकारियों के सवालों का जवाब देने में कोटेदारों को पसीने छूट गए। दिन भर चली पूछताछ के बाद रूपईडीह ब्लॉक की जांच खत्म हो गई। अब गुरुवार से बेलसर ब्लॉक के कोटेदारों व लाभार्थियों से पूछताछ शुरू होगी।
जिला पूर्ति कार्यालय में सीबीआइ इंस्पेक्टर जावेद अख्तर की अगुवाई में टीम दो दिनों से रूपईडीह ब्लॉक के कोटेदारों व लाभार्थियों से पूछताछ कर रही है। सुबह दस बजे के करीब जिला पूर्ति कार्यालय में लाभार्थियों की भीड़ जुट गई। कोटेदार भी निर्धारित समय पर पहुंच गए। एक-एक लाभार्थी से अधिकारियों ने अलग-अलग पूछताछ की। एक लाभार्थी के मुताबिक अफसरों ने उससे पूछा कि तुम्हारा कार्ड बीपीएल का है या अंत्योदय का। उसने जवाब दिया कि उसका कार्ड अंत्योदय का है। कितना अनाज मिलता था। इस पर उसने बताया कि कोटेदार उसे अनाज कभी कभार दूसरे तीसरे माह में दे देता था। इसके बाद अधिकारियों ने उसे जाने के लिए कह दिया। सूत्रों की मानें तो अधिकारियों की पूछताछ कोटेदार इधर-उधर मुंह फेरते देखे गए। उनके पास कोई माकूल जवाब नहीं था। एक अधिकारी की मानें तो तत्कालीन ब्रांच मैनेजर से पूछताछ शुरू कर दी गई है। महाप्रबंधक से बैंक प्रबंधकों की वर्तमान तैनाती व उनके मोबाइल नंबर मांगें हैं। बैंकर्स चेक के बारे में बैंक प्रबंधकों से पूछताछ की जा रही है। किसके कहने पर बैंकर्स चेक बनाए गए थे। इन्हें बनवाने के लिए कितनी धनराशि जमा की गई थी। जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ल ने बताया कि बेलसर के कोटेदारों व लाभार्थियों के बयान दर्ज किए जाने है। गुरुवार को बेलसर ब्लॉक की जांच शुरू होनी है। खंड विकास अधिकारियों को पूर्व में ही सीबीआइ ने पत्र भेजा था कि वह ग्राम पंचायतवार लोगों को जांच में सहयोग किए जाने की सूचना दे दें। उन्होंने बताया कि 2004,05 व 06 में हुए अनाज वितरण के बारे में कोई भी लाभार्थी सीबीआइ के समक्ष पेश हो सकता है।