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राम के हुनर को पुरस्कार की ऊर्जा

गोंडा: हीरे की परख जौहरी ही कर सकता है। ये लाइनें बभनजोत के रहने वाले रामसजीवन पर सटीक बैठती हैं। अप

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 01:50 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 01:50 AM (IST)
राम के हुनर को पुरस्कार की ऊर्जा

गोंडा: हीरे की परख जौहरी ही कर सकता है। ये लाइनें बभनजोत के रहने वाले रामसजीवन पर सटीक बैठती हैं। अपने हुनर के बलपर मोबाइल स्प्रिंकलर का अविष्कार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने किसान मजदूर पुरस्कार देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री शनिवार को लखनऊ स्थित अपने आवास पर अन अन्वेषक सम्मान समारोह में 25 हजार रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेंगे। बभनजोत ब्लॉक की गौराचौकी में रहने वाले रामसंजीवन वे¨ल्डग व‌र्क्स की दुकान पर मजदूरी करते थे। डीजलपंप की जानकारी होने के कारण दुकान पर उन्हें मरम्मत की जिम्मेदारी दी गई थी। 2012 में डीजलपंप सेट से ¨सचाई के दौरान बो¨रग से तेज रफ्तार में निकाल रहे पानी को देखकर राम सजीवन के मन में वर्षा की तरह फसलों की ¨सचाई करने वाला यंत्र तैयार करने की जिज्ञासा हुई। नये अविष्कार का बीज अंकुरित होने के बाद वह दुकान पर पड़़े अनुपयोगी सामानों का प्रयोग कर वर्षा आधारित विधि से ¨सचाई यंत्र तैयार करने में जुट गए। एक वर्ष बाद अप्रैल 2013 में मोबाइल स्प्रिंकलर नामक यंत्र तैयार किया। ये यंत्र खेतों में घूम-घूमकर वर्षा आधारित ¨सचाई करता है। जिसकी लागत 8 हजार रुपये थी। 30 अप्रैल 2013 को विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ में आयोजित नव प्रवर्तन प्रदर्शनी में राम सजीवन की प्रतिभा सराही गई। 10 मई 2013 को डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में सफल परीक्षण ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को प्रभावित किया था। उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तीन वर्ष बाद रामसजीवन के हुनर को सराहते हुए किसान मजदूर पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।


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