अतिक्रमण का शिकार हो गया पोखरा
गोंडा : मनोहरजोत का पोखरा अतिक्रमण का शिकार हो गया है। कब्जे के चलते न तो जीर्णोद्धार हुआ और न ही को
गोंडा : मनोहरजोत का पोखरा अतिक्रमण का शिकार हो गया है। कब्जे के चलते न तो जीर्णोद्धार हुआ और न ही कोई कार्रवाई। फिलहाल, प्रधान ने लेखपाल से पैमाइश की बात कही है।
विकासखंड रुपईडीह की ग्राम पंचायत मनोहरजोत का पोखरा तालाब एक एकड़ में फैला हुआ था। उपेक्षा के चलते यहां लोगों ने अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। करीब एक बीघे में आसपास के लोगों ने तालाब को पाटकर अपना कब्जा जमा लिया है। जिससे धीरे-धीरे तालाब का वजूद सिमटता जा रहा है। गांव के लोगों ने तालाब से अवैध कब्जा हटवाने के लिए कई बार मांग की, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। जिससे तालाब का जीर्णोद्धार नहीं हो सका। ग्राम प्रधान राधेकिशुन तिवारी ने बताया कि पोखरा में अतिक्रमण के चलते जीर्णोद्धार नहीं कराया गया है। मनरेगा योजना के तहत कार्ययोजना में ये पोखरा भी शमिल है। उन्होंने बताया कि अवैध कब्जा हटवाने के लिए लेखपाल से पैमाइश करके कब्जेदारों को नोटिस देने की मांग की गई है। कब्जा हटने पर जीर्णोद्धार कार्य शुरू कराया जाएगा।
कार्य कराने के बाद भी नहीं हुआ भुगतान
- विकासखंड पंड़रीकृपाल की ग्राम पंचायत महादेवा के प्रधान आनंद प्रकाश ने डीएम को पत्र देकर मनरेगा योजना के तहत भुगतान करोन की मांग की है। उनका कहना है कि गांव के तालाब का जीर्णोद्धार कार्य कराने के बाद अभी तक मजदूरों को पैसा नहीं मिल सका है। जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।