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थ्रेशर पलटने से सगे भाई-बहन की मौत

गोंडा : देहात कोतवाली क्षेत्र के बालपुर जाट सदियापुर गांव में मंगलवार की रात भाई-बहन की थ्रेशर के नी

By Edited By: Published: Wed, 27 Apr 2016 11:35 PM (IST)Updated: Wed, 27 Apr 2016 11:35 PM (IST)
थ्रेशर पलटने से सगे भाई-बहन की मौत

गोंडा : देहात कोतवाली क्षेत्र के बालपुर जाट सदियापुर गांव में मंगलवार की रात भाई-बहन की थ्रेशर के नीचे दबने से मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। समारोह के दौरान हादसा होने से मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। परिवारीजनों में कोहराम मच गया।

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बताया जाता है कि सदियापुर में रामसुंदर ¨सह के यहां वैवाहिक कार्यक्रम था। गांव निवासी मस्तराम की 12 वर्षीया पुत्री कोमल व दस वर्षीय बेटा हरिओम गांव के अन्य बच्चों के साथ खाने के लिए गए थे। खाना खाने के बाद कोमल व हरिओम अन्य बच्चों के साथ खड़े होकर बरात देखने के लिए खड़े हो गए। थ्रेशर पर टेक लगाकर आराम से नाच गाना देख रहे थे। अचानक थ्रेशर के नीचे लगा ईंट सरक गया, जिससे थ्रेसर उन दोनों के ऊपर गिर गया। इससे दोनों उसके नीचे दब गए। बरातियों व घरातियों के सहयोग से थ्रेशर को उठवाकर अलग करवाया गया। दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने कोमल व हरिओम को मृत घोषित कर दिया। भाई व बहन की मौत होने से ग्रामीणों में कोहराम मच गया।

मां का टूट गया सपना

बेटी कोमल व हरिओम की मौत की खबर मिलते ही मां सपना बदहवाश हो गई। साल भर पहले पति मस्तराम की मौत हो गई थी। बड़ी बेटी की उसने शादी कर दी थी। राजस्थान में रहती है। वह नेवासा पर अपनी मां के घर रहकर कोमल व हरिओम का पालन पोषण कर रही थी। हरिओम एक पैर से विकलांग था। मां सपना का सपना था कि वह अपने बेटे व बेटी को पढ़ाकर अधिकारी बनाएगी लेकिन उसका सपना टूट गया। उसकी चीख चीत्कार सुनकर उसकी बूढ़ी मां शिवपता जमीन पर गिर पड़ी। नाती व नातिन की मौत से शिवपता का रोरोकर बुरा हाल है। उसने किसी का क्या बिगाड़ा था कि भगवान ने उसके नाती व नातिन को उससे छीन लिया। अब घरमा अंधेर हो गया। वहका माटी केइ देइ। सपना को दिलाशा दे रही महिलाओं की आंखों से भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस घटना से गांव का हर शख्स दु:खी है। गांव में मातम पसरा है।

बाल-बाल बचे चार बच्चे

शादी समारोह में कोमल व हरिओम के साथ ही रतीराम के भी चार बच्चे खड़े थे। थ्रेशर पलटने से वह चारों बाल-बाल बच गए। अन्यथा चारों की भी मौत हो सकती थी।


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