जिद है कन्हैया बिगड़ी बना दो..
गोंडा: श्याम मंदिर के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के अंतिम दिन शुक्रवार को भजन व भक्ति गीतों की धूम रही।
गोंडा: श्याम मंदिर के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के अंतिम दिन शुक्रवार को भजन व भक्ति गीतों की धूम रही। बाहर से आए गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
ट्रस्ट के प्रबंधक संजय गोयल ने बताया कि इंदौर से आईं सोना जाधव ने भजनों की प्रस्तुति दी। उन्होंने 'म्हारे मन की बात बाबा थारे से न छानी है, थाने लाज बचानी है, 'तेरे दरबार में दाता सुनाने हम भी आए हैं' ने भक्तों को भावविभोर कर दिया। दादी जी के भजन' तनधन बाबो सेठ म्हारी नारायणी सेठानी है ने महिला भक्तों को खूब रिझाया। ब्रज की होली के भजनों 'आज बिरज में होली रे रसिया', 'रंग बरसे खाटू नगरिया में', पर भक्तों ने खूब ठुमके लगाये। मुम्बई से आए पार्श्व गायक मनोज मिश्रा ने भजनों की शुरुआत 'सुन ले कन्हैया अरजी हमारी, तारो न तारो मरजी तुम्हारी' से की। पल्ला तो बिछा के देख तेरी झोली भरदे सांवरिया, जबसे तेरी मेरी मुलाकात हो गई सारे कहते है कि करामात हो गई', ये है हसरत मेरी तेरे दरबार हमेशा मैं आता रहूं आदि प्रस्तुतियां दीं। खलीलाबाद से आए सरदार हरमहेंद्र ¨सह 'रोमी' ने 'जिद है कन्हैया बिगड़ी बना दो, मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो', 'मौज हो गई जी म्हारी मौज हो गई, होली दीवाली म्हारी रोज हो गई', 'कइया सरसी म्हारा श्याम थारे बिना कइयां सरसी' प्रस्तुत किया। उनकी भावपूर्ण रचना 'चलते चलते हार गया मैं बांह पकड़ ले रे', को सुनकर भक्तगण अपने अश्रु बहने से नहीं रोक पाए। अंत में बाबा की धमाल एवं फूलों की होली खेली गई। आतिशबाजी का भी आयोजन किया गया था। ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश ¨सघल ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सुरेश भाव¨सहका, उत्कर्ष ¨सघल, मुकुल ¨सघल, अरिहंत जैन, नितेश मित्तल, आशू ¨सघल, रौनक अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, ¨चटू बंसल, आलोक भावसिहंका, परमानंद शर्मा, दौलतराम शर्मा आदि मौजूद रहे।