लोकतंत्र के उत्सव में आधी आबादी का धमाल
गोंडा: लोकतंत्र के उत्सव के दिन आधी आबादी का धमाल दिखा। गांव की सरकार के लिए महिलाएं बच्चों को लेकर
गोंडा: लोकतंत्र के उत्सव के दिन आधी आबादी का धमाल दिखा। गांव की सरकार के लिए महिलाएं बच्चों को लेकर बूथ तक पहुंची। निरक्षर होने के बाद भी मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए लाइन में लगी भानमती का कहना था कि भइया विकास की बात है। सभी को आगे आना होगा। मतदान उनका अधिकार है। मतदाताओं के वोट से ही प्रधान चुने जाते हैं, जिससे गांव का विकास होता है।
कर्नलगंज तहसील के चार विकास खंडों में हुए चुनाव के दौरान आधी आबादी ने मतदान केंद्रों की तरफ रूख किया। हालांकि कुछ बूथों पर सुबह से ही महिला मतदाताओं की लाइन लग गई जबकि कुछ बूथों पर दोपहर बाद महिलाओं की भीड़ दिखी। मतदान करने पहुंची सुमन का कहना था कि मतदान लोकतंत्र का पर्व है। यह हमें अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराता है। इसे सभी को समझना चाहिए। गांव के विकास के लिए सभी को चाहिए कि वह ऐसे प्रत्याशी का चयन करें, जो गांव के विकास की दशा व दिशा के बारे में सोचें। गांवों में महिलाओं की शिक्षा के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करें। लक्ष्मी, गुड़िया व काजल का कहना था कि गांवों के विकास के लिए महिलाओं को भी आगे आना होगा।
दोपहर में वोट डालने पहुंची रामा देवी का कहना था कि क्या करें, जब मौका मिला तो वह वोट डालने के लिए आई हैं। छोटे-छोटे बच्चे हैं, उन्हें भी संभालना है। बच्चों को खिला पिला वह मतदान करने आई हुई थीं।
इनसेट
युवाओं के चेहरों पर दिखी चमक
- पहले चरण के मतदान के दौरान युवाओं के चेहरे पर चमक दिखी। पहली बार वोट डालने आए शिवम, चंदन, अतुल का कहना था कि आज पहली बार उन्होंने मतदान किया। मतदान करने के बाद उन्हें अजीब सा सकूं मिला। साथ ही यह भी एहसास हुआ कि गांव के विकास में उनका क्या रोल है। उन्हें क्या करना है। साथ ही क्षेत्र के करीब हर बूथ पर युवाओं की धमक दिखी।