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निकले नुकीले पत्थर, राह चलने में आते हैं चक्कर

गोंडा : मंगलनगर से गिरिधरिया दूरी करीब आठ किलोमीटर सड़क जगह-जगह टूट कर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़क पर

By Edited By: Published: Thu, 03 Sep 2015 12:03 AM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2015 12:03 AM (IST)
निकले नुकीले पत्थर, राह चलने में आते हैं चक्कर

गोंडा : मंगलनगर से गिरिधरिया दूरी करीब आठ किलोमीटर सड़क जगह-जगह टूट कर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़क पर बिखरीं छर्रियां व नुकीले पत्थर से राह चलना दुश्वार हो गया है। आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। दस वर्ष से सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई। इससे सड़क दिन प्रतिदिन टूटती रही। अब तो सड़क पर चलने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने ध्यान दिया और न जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई। इससे करीब पांच लाख लोगों की राह में बाधा हो गई है।

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ध्यान दीजिए हुजूर, बद्तर हो चुका है मार्ग

-आबिदा का कहना है कि दस वर्ष पूर्व सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने कराया था। तभी से उक्त सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई। सड़क की छर्रियां पहले ही गायब हो चुकीं थी। अब इन पत्थरों से उन लोगों के पैर चोटिल हो रहे हैं। आए दिन कोई न कोई गिरकर दुर्घटना का शिकार हो रहा है। बावजूद अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि उक्त मार्ग की मरम्मत करवाएं ताकि उन लोगों की राह आसान हो सके।

-शंकराचार्य उपाध्याय का कहना है कि इस मार्ग से बहराइच व जिला मुख्यालय तक लोगों का आवागमन होता है। जगह-जगह एक से डेढ़ फिट के गड्ढे हो चुके हैं। जलभराव होने पर गड्ढों का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। इससे लोग हाथ पैर तोड़वा बैठते हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौन साधे हुए हैं।

-सुशील श्रीवास्तव का कहना है कि वीरपुर, मंगलनगर, सिसईमाफी, परसपुर एहलारा, बेदौरा, गिधरिया समेत दर्जनों गांवों के लोग इसी मार्ग से आते-जाते हैं। वाहन चालक उक्त मार्ग पर चलने से कतरा रहे हैं। वाहनों के पहिए भी दगा देने लगे हैं। लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मार्ग का निरीक्षण करने की भी जहमत नहीं उठा रहे हैं।

-मोहम्मद अख्तर का कहना है कि लोक निर्माण विभाग सड़कों का निर्माण कराने के बाद उसकी मरम्मत करवाना भूल जाता है। सवाल किया कि लोक निर्माण विभाग ने कितनी सड़कें बीते दस वर्षों में मरम्मत करवाई। उन लोगों की राह बद से बदतर हो गई है। जबकि तीन वर्ष बाद ही सड़क की मरम्मत कराए जाने का प्रावधान है। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

मार्ग की होगी मरम्मत

लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के एक्सईएन व नोडल अधिकारी एससी वर्मा का कहना है कि शासन से बजट मिलते ही सड़क की मरम्मत कराई जाएगी। शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि संबंधित एक्सईएन से सड़क की मरम्मत न होने के कारणों की जानकारी भी मांगी है।


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